ऑपरेशन कायाकल्प से संवरेंगे परिषदीय स्कूल, ये काम होंगे अनिवार्य

नगर विकास विभाग शहरी क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों को आपरेशन कायाकल्प के तहत सजाने व संवारने जा रहा है। प्रमुख सचिव नगर विकास दीपक कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। प्रमुख सचिव ने
सभी निकायों को निर्देश भेज दिए हैं। उन्होंने शहरी निकायों से वह सूची भी साझा की है जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों की दशा सुधारने के लिए कराए जाने वाले कामों का ब्योरा दिया गया है। ग्रामीण इलाकों में पंचायतीराज विभाग के माध्यम से परिषदीय स्कूलों की स्थित सुधारने के लिए ऑपरेशन कायाकल्प शुरू किया गया। इसमें परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों से कहा गया कि वे ग्राम प्रधानों और सचिवों से मिलकर स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं विकसित कराएं। हालांकि शिक्षकों ने ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह का काम करा पाने में काफी असमर्थता जताई है और व्यवस्था पर सवाल भी उठाए हैं। वजह, पंचायती राज निदेशक का वह आदेश है जिसमें कहा गया है कि पंचायतीराज विभाग से तय काम हो ने के बाद रकम बचने पर स्कूलों में ऑपरेशन कायाकल्प का काम कराया जाए।
प्रमुख सचिव नगर विकास ने कहा है कि शहरी निकायों द्वारा परिषदीय स्कूलों में ऑपरेशन कायाकल्प से काम शुरू कराए जाएं। इसके लिए केंद्रीय वित्त आयोग, राज्य वित्त आयोग, स्मार्ट सिटी फंड, निकाय निधि, निगम निधि व अवस्थापना विकास निधि का इस्तेमाल किया जा सकता है।
ये काम होंगे:
  • छात्र और छात्राओं के लिए अलग टॉयलेट
  • स्वच्छ पेयजल, मल्टिपल हैंडवॉशिंग और जल निकासी की व्यवस्था
  • विद्यालय की फर्श, छत, दररखाजे और खिड़कियों की मरम्मत
  • टाइल्स लगवाना, विद्युतीकरण, फर्नीचर, इंटरलॉकिंग
  • किचन शेड, चहारदीवारी व गेट