नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों से चर्चा में बताया कि जेईई मेंस की परीक्षाओं को वर्ष 2021 में चार बार तक कराने की संभावनाओं को परखा जा रहा है। इसे लेकर सभी पक्षों से राय ली जा रही है। जल्द ही इसकी जानकारी दी जाएगी। यदि ऐसा होता है, तो पहली परीक्षा फरवरी के अंत में होगी, बाकी तीन परीक्षाएं मार्च, अप्रैल और मई में कराई जाएंगी। हर बार इन परीक्षाओं के लिए तीन से चार दिन का समय मिलेगा। फिलहाल जेईई मेंस की परीक्षा अभी साल में दो बार ही होती है।
केंद्रीय मंत्री निशंक गुरुवार को ट्विटर और फेसबुक के जरिये बोर्ड सहित जेईई-नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तारीखों को लेकर छात्रों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान छात्रों ने केंद्रीय मंत्री से जेईई मेंस परीक्षाओं को दो बार से ज्यादा कराए जाने का सुझाव दिया था, जिस पर उन्होंने यह जानकारी साझा की। छात्रों ने इस दौरान जेईई मेंस और नीट के पाठ्यक्रम को कम करने का भी सुझाव दिया। जिस पर उन्होंने कहा कि सीबीएसई ने कोरोना संकट को देखते हुए अपने पाठ्यक्रम को जरूर तीस फीसद तक कम किया है, लेकिन देश में और भी शैक्षणिक बोर्ड हैं, जिन्होंने अपने पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया है। ऐसे में राज्यों के साथ इसे लेकर चर्चा की जाएगी। हालांकि उन्होंने इस दौरान छात्रों को एक विकल्प उपलब्ध कराने के संकेत जरूर दिए।
मानक बढ़ा सकते हैं विश्वविद्यालय : सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली, प्रेट्र : सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसले में व्यवस्था दी है कि किसी कॉलेज के कोर्स को मान्यता देने के लिए विश्वविद्यालय एआइसीटीई की तरफ से तय मानकों को बढ़ा तो सकते हैं, लेकिन उन्हें इसमें कटौती करने का अधिकार नहीं है। शीर्ष अदालत ने यह भी माना कि मौजूदा समय में कोई भी विवि मानदंडों और मानकों को कम का जोखिम नहीं उठा सकता, खासकर तब जब अंतरराष्ट्रीय मानकों की कसौटी पर प्रदर्शन का आकलन किया जा रहा हो।