बेसिक शिक्षा विभाग: अनामिका शुक्ला की नियुक्ति मामले में जिला समन्वयक कार्यमुक्त

 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाष चन्द्र शुक्ला मैनपुरी नाम के एक ही प्रमाणपत्र पर कई जिलों में नौकरी हथियाने के मामले में प्रयागराज के जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) ताज मोहम्मद को कार्यमुक्त करने का आदेश हुआ है। उन्हें अनामिका शुक्ला की नियुक्ति प्रक्रिया में बिना मूल अभिलेखों को प्राप्त किए ही नियुक्ति पत्र जारी करने की लापरवाही और शिथिलता का दोषी पाया गया है।



कस्तूरबा विद्यालय सोरांव में अनामिका शुक्ला नाम से विज्ञान शिक्षिका की फर्जी नियुक्ति सितंबर 2019 में 22 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय पर हुई थी। नियुक्ति के बाद मानदेय जारी करने से पहले सत्यापन के लिए भेजा गया था। मार्च में मानदेय जारी होने से पहले ही फर्जीवाड़े की जानकारी हो गई तो भुगतान रोक दिया गया। समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने मामले की जांच मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक रमेश कुमार तिवारी को सौंपी थी। एडी बेसिक की 6 जून की रिपोर्ट पर महानिदेशक ने 23 नवंबर को जिला समन्वयक को कार्यमुक्त करते हुए मूल विभाग माध्यमिक शिक्षा में वापस भेजने के आदेश दिए थे।

बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार कुशवाहा ने बताया कि दस्तावेजों का हस्तांतरण नहीं होने के कारण अभी जिला समन्वयक को कार्यमुक्त नहीं किया जा सका है। जल्द ही कार्यमुक्त कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि प्रयागराज के अलावा अम्बेडकरनगर, सहारनपुर, बागपत और अलीगढ़ आदि जिलों में भी इसी नाम से विज्ञान शिक्षिका की नियुक्ति के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था।