बलरामपुर। संवाददाता
समग्र शिक्षा राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने बेसिक शिक्षाधिकारी को निर्देशित किया है कि समय एवं परिस्थिति के आधार पर विद्यालय स्तर पर 13 पंजिकाओं का व्यवहार मिलाया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि 13 बिंदुओं की पंजिका विद्यालय में हर हाल में
उपलब्ध रहनी चाहिए, जो बुनियादी शिक्षा की रीढ़ होगी. समग्र शिक्षा राज्य परियोजना निदेशक के निर्देश पर बेसिक शिक्षाधिकारी डा. रामचंद्र ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया है कि विद्यालय स्तर पर रखी जाने वाली पंजिकाओं में मुख्य रूप से शिक्षक डायरी, कार्मिक उपस्थिति पंजिका, प्रवेश पंजिका, विद्यार्थी उपस्थिति पंजिका, एमडीएम रजिस्टर, नि:शुल्क सामग्री वितरण रजिस्टर, आय-व्यय एवं चेक ईशु पंजिका, बैठक पंजी, निरीक्षण रजिस्टर, पत्र व्यवहार, बाल गणना रजिस्टर, पुस्तकालय एवं खेलकूद पंजिका हर हाल में प्रत्येक विद्यालय में नवीन शैक्षिक सत्र 2021-22 से प्रयोग में लाई जाएगी। यदि इसमें कमी पाई जाती है तो संबंधित प्रधानाध्यापक इसके उत्तरदाई होंगे।
उपलब्ध रहनी चाहिए, जो बुनियादी शिक्षा की रीढ़ होगी. समग्र शिक्षा राज्य परियोजना निदेशक के निर्देश पर बेसिक शिक्षाधिकारी डा. रामचंद्र ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया है कि विद्यालय स्तर पर रखी जाने वाली पंजिकाओं में मुख्य रूप से शिक्षक डायरी, कार्मिक उपस्थिति पंजिका, प्रवेश पंजिका, विद्यार्थी उपस्थिति पंजिका, एमडीएम रजिस्टर, नि:शुल्क सामग्री वितरण रजिस्टर, आय-व्यय एवं चेक ईशु पंजिका, बैठक पंजी, निरीक्षण रजिस्टर, पत्र व्यवहार, बाल गणना रजिस्टर, पुस्तकालय एवं खेलकूद पंजिका हर हाल में प्रत्येक विद्यालय में नवीन शैक्षिक सत्र 2021-22 से प्रयोग में लाई जाएगी। यदि इसमें कमी पाई जाती है तो संबंधित प्रधानाध्यापक इसके उत्तरदाई होंगे।
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