प्रयागराज। प्रदेश सरकार की ओर से परिषदीय विद्यालयों में 2011 में पहली बार 72825 पदों पर शिक्षक भर्ती की घोषणा की गई, प्रदेश सरकारों को आपसी रार के चलते 2012 में पूर्व की भर्ती की जगह उतने हो पदों पर भर्ती दोबारा घोषित की गई। कोर्ट की दखल के बाद 2011 में घोषित भर्ती ही पूरी हो पाई।
अब 2012 में 72825 शिक्षक भर्ती में आवेदन करने वालों और 2011 में टीईटी पास करने वालों ने सरकार से टीईटी आजीवन मान्य किए जाने के बाद नियुक्ति मांगी है। इस शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का नेतृत्व करने वाले सुनील कुमार यादव कहना है कि सरकार को खाली पदों को 2012 में आवेदन करने वालों से भरना चाहिए। 2011 में पहली बार टीईटी कराए जाने के बाद उस समय की बसपा सरकार की ओर से 72825 शिक्षक पदों की भर्ती की घोषणा की गई थी। इस भर्ती के खिलाफ कुछ अभ्यर्थी कोर्ट चले गए, उन्होंने एकेडमिक मेरिट के आधार पर भती की मांग tat इस बीच प्रदेश में सपा की नई सरकार आ गई। नई सरकार ने पूर्व की सरकार की भर्ती को निरस्त करने के साथ 2012 में 72825 पदों पर नई शिक्षक भर्ती घोषित कर दी। इस बीच 2012 में भी 72825 शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी हो गई। अब 2012 में आबेदन करने वालों ने भी नियुक्ति देने की मांग की है।