नई दिल्ली: उच्च शिक्षा की ओर छात्रों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। पिछले पांच साल में उच्च शिक्षा के लिए नामांकन में 11.4 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही उच्च शिक्षा में छात्रों की सकल नामांकन दर (जीईआर) बढ़कर अब 27.1 फीसद हो गई है। हालांकि इस दौरान उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की कम होती संख्या चिंता बढ़ाने वाली है क्योंकि इससे शैक्षणिक गुणवत्ता पर असर पड़ेगा।
उच्च शिक्षा को लेकर ये तथ्य गुरुवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रलय की ओर से जारी अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण (एआइएसएचई) की 2019-20 की रिपोर्ट में सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2014-15 में उच्च शिक्षा की सकल नामांकन दर 24.3 फीसद थी, जो वर्ष 2019-20 में बढ़कर 27.1 फीसद हो गई है। इसके साथ ही उच्च शिक्षा में छात्रों की कुल नामांकन संख्या बढ़कर 3.85 करोड़ हो गई है।
बीबीए, एलएलबी में बढ़ा रुझान, बीटेक में गिरावट
सर्वेक्षण रिपोर्ट 2019-20 के मुताबिक, पहले के मुकाबले बीबीए, बीएड और एलएलबी जैसे प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों ने छात्रों को कुछ ज्यादा आकर्षित किया है। एमबीए करने वाले छात्रों की संख्या 2014-15 में 3.49 लाख थी, जो 19-20 में 5.28 लाख हो गई। इसी तरह बीएड के छात्रों की संख्या 2014-15 में 5.14 लाख थी, जो वर्ष 2019-20 में 13.16 लाख हो गई है।
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