लखनऊ.सीएम
अखिलेश के राज में अशिक्षा है। शिक्षा व्यवस्था बदहाल है। प्राथमिक स्कूल
में टीचर नहीं हैं। एक आंकड़े के मुताबिक इंडिया में 260 करोड़ बच्चे ही
सरकारी स्कूल में पढ़ने जा पाते हैं। यूपी की बात करें तो 55 प्रतिशत बच्चे
ही स्कूल जा पा रहे हैं।
एक आंकड़े के मुताबिक प्राथमिक स्कूल में केवल 18 प्रतिशत ही अध्यापक हैं तो माध्यमिक में 15 प्रतिशत ही शिक्षक हैं। अब यूपी में शिक्षा व्यवस्था कैसे सुधरे इस पर शिक्षाशास्त्री चिंता जता रहे हैं। यूपी की बदहाल एजुकेशन सिस्टम को लेकर हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अखिलेश सरकार को फटकार भी लगाई है।
बिहार , झारखंड और उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था बदहाल है। यहां सबसे ज्यादा शिक्षकों की दरकार है। यूपी इलेक्शन अब करीब है ऐसे में विरोधी अखिलेश को परास्त करने के लिए शिक्षा व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट की पड़ी है फटकार
सुप्रीमकोर्ट ने यूपी के खस्ताहाल शिक्षा व्यवस्था के लिए फटकार लगाई है। कोर्ट ने प्रदेश सरकार को 50 दिन का समय दिया है जिससे सरकार पक्ष रखें। दरअसल प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी है। प्रदेश में 20 हज़ार स्कूल केवल एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है। यूपी में एक लाख 58 हज़ार से अधिक प्राथमिक विद्यालय है। शिक्षामित्रों का मामला अभी कोर्ट में लंबित है। राज्य के 40 जिलों में छात्रों की संख्या घटी है। जबकि यह संख्या 86 फ़ीसदी से कम नहीं होनी चाहिए। प्रदेश में 1.98 लाख प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैं जिसमें 1.96 करोड़ बच्चे पढ़ रहे हैं।
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एक आंकड़े के मुताबिक प्राथमिक स्कूल में केवल 18 प्रतिशत ही अध्यापक हैं तो माध्यमिक में 15 प्रतिशत ही शिक्षक हैं। अब यूपी में शिक्षा व्यवस्था कैसे सुधरे इस पर शिक्षाशास्त्री चिंता जता रहे हैं। यूपी की बदहाल एजुकेशन सिस्टम को लेकर हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अखिलेश सरकार को फटकार भी लगाई है।
बिहार , झारखंड और उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था बदहाल है। यहां सबसे ज्यादा शिक्षकों की दरकार है। यूपी इलेक्शन अब करीब है ऐसे में विरोधी अखिलेश को परास्त करने के लिए शिक्षा व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट की पड़ी है फटकार
सुप्रीमकोर्ट ने यूपी के खस्ताहाल शिक्षा व्यवस्था के लिए फटकार लगाई है। कोर्ट ने प्रदेश सरकार को 50 दिन का समय दिया है जिससे सरकार पक्ष रखें। दरअसल प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी है। प्रदेश में 20 हज़ार स्कूल केवल एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है। यूपी में एक लाख 58 हज़ार से अधिक प्राथमिक विद्यालय है। शिक्षामित्रों का मामला अभी कोर्ट में लंबित है। राज्य के 40 जिलों में छात्रों की संख्या घटी है। जबकि यह संख्या 86 फ़ीसदी से कम नहीं होनी चाहिए। प्रदेश में 1.98 लाख प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैं जिसमें 1.96 करोड़ बच्चे पढ़ रहे हैं।
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