कनर्वजन कॉस्ट न मिलने से भड़के शिक्षक

 मैनपुरी : सात महीनों से कनवर्जन कॉस्ट न भेजे जाने से जिले में एमडीएम के क्रियान्वयन की व्यवस्था ही गड़बड़ाने लगी है। डीसी एमडीएम पर विभागीय अधिकारियों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए नाराज
शिक्षकों ने इंतजाम न होने पर फिर से एक दिसंबर से मध्यान्ह भोजन योजना का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में शिक्षकों की बैठक मंगलवार को जिला मंत्री महेंद्र प्रताप ¨सह यादव के आवास पर हुई। जिलाध्यक्ष राजीव यादव ने कहा कि मध्यान्ह भोजन योजना की कनर्वजन कॉस्ट विद्यालयों के खातों में भेजी ही नहीं गई है। सात महीनों से कनर्वजन कॉस्ट के अभाव में शिक्षक अपनी जेब से खर्च करके स्कूलों में खाना बनवा रहे हैं। लेकिन, अब तो शिक्षकों के सामने भी संकट खड़ा हो गया है।
नोटबंदी के बाद से पूरी व्यवस्था गड़बड़ा गई है। शिक्षकों को अपने घर का खर्च चलाने के लिए ही धनराशि कम पड़ रही है। जिला मंत्री महेंद्र यादव ने कहा कि आठ महीने पहले शासन स्तर से नवंबर माह तक के लिए अग्रिम कनवर्जन कास्ट भेजी गई थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि डीसी एमडीएम द्वारा धनराशि न होने की बात कहकर विभाग को लगातार गुमराह किया जाता रहा है। दबाव बढ़ने पर अगस्त तक की धनराशि खातों में भेजे जाने का दावा किया जा रहा है लेकिन अभी तक किसी भी शिक्षक के हाथ में नहीं आई है।
शिक्षकों ने सार्वजनिक निर्णय लेते हुए चेतावनी दी है कि यदि 30 दिसंबर तक कनवर्जन कॉस्ट की पूरी अग्रिम ग्रांट खातों में नहीं पहुंचती है तो एक दिसंबर से जिले के किसी भी परिषदीय स्कूल में एमडीएम नहीं बनाया जाएगा।
बैठक में सत्यवीर ¨सह, मुकेश चंद्र, रामसेवक, सुरेंद्र यादव, योगेश यादव, दलवीर कठेरिया, कौशल गुप्ता, प्रदीप यादव, महेश आर्य, अवलेंद्र यादव, ब्रजेश यादव, आलोक शाक्य, इमरान जावेद, व्योम सक्सेना आदि मौजूद थे।
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