दिसंबर का अंतिम माह और स्कूलों में लटके ताले, अपने शेष बचे आकस्मिक अवकाश पूरा करने में लगे शिक्षक

जागरण संवाददाता, हापुड़ : बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में इन दिनों ताला लटकने की स्थिति बन आई है। पूरे साल जुगाड़ से स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षक अब दिसंबर माह में अपने शेष बचे आकस्मिक अवकाश पूरा करने में लग गए हैं।
जिसके चलते स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था ठप हो गई है। अधिकारी भी खुद को लाचार महसूस कर रहे हैं क्योंकि नियमानुसार शिक्षकों को पूरे साल में 14 अवकाश लेने का अधिकार है।
विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था को बदहाल करने में शिक्षकों की लापरवाही भी कम जिम्मेदार नहीं है। पूरे साल जुगाड़ के सहारे स्कूलों से नदारद रहने वाले शिक्षकों के 14 आकस्मिक पूरा करने के चक्कर में विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था की भी परवाह नहीं कर रहे हैं। जिले के 427 प्राथमिक और 206 जूनियर स्कूलों में से ज्यादातर स्कूलों में इन दिनों लगभग आधे से ज्यादा शिक्षक अवकाश पर है। जबकि फरवरी माह में वाषिर्क परीक्षाएं होनी हैं। स्कूलों में शिक्षण ठप होने से बच्चों की उपस्थिति भी कम हो गई है। अधिकारी सबकुछ देखकर भी शांत हैं क्योंकि नियमानुसार 14 आकस्मिक अवकाश लेने का शिक्षकों को अधिकार है। हालांकि यह बात और है कि पूरा साल अवकाश की जरूरत पड़ने पर शिक्षक उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करके गायब हो जाते थे। उन्हीं बचाए गए आक्सि्मक अवकाशों को अब पूरा किया जा रहा है।ऐसे ही कुछ शिक्षकों ने तो शीतकालीन अवकाश की भी तैयारी कर ली है।

-शिक्षकों को साल भर में 14 आकस्मिक अवकाश मिलते हैं। ऐसे में शिक्षकों के खिलाफ नियमानुसार कोई कार्यवाही नहीं बनती है। हालांकि शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है।
-देवेंद्र गुप्ता, बीएसए, हापुड़
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