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अब मुफ्त की रोटी नहीं तोड़ पाएंगे गुरुजी

ALLAHABAD: घर बैठे पगार की चाहत रखने वाले सूबे के गर्वनमेंट डिग्री कॉलेजेस में तैनात गुरुजन अब मुफ्त की रोटी नहीं तोड़ पाएंगे। सरकार ने इनके खिलाफ सख्त कदम उठाने का मूड बना लिया है।
शासन ने यूजी और पीजी लेवल के सभी गर्वनमेंट कालेजेस से ऐसे शिक्षकों का ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा है। इन शिक्षकों को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। यही नहीं अगर प्रिंसिपल्स ने इनका फेवर किया तो वह भी कार्रवाई के घेरे में आ सकते हैं। इस बावत उच्च शिक्षा निदेशालय इलाहाबाद ने आदेश जारी कर दिया है.

कई बार चेताया पर नहीं माने
जानकारी के अनुसार प्रदेश के गवर्नमेंट यूजी एंड पीजी कॉलेज डिग्री कालेजेस में पढ़ा रहे शिक्षक अच्छी खासी तादात में बिना सूचना के ही घर पर बैठ जा रहे हैं। इससे कॉलेजेस में शिक्षण व्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा कई बार ऐसे शिक्षकों को सख्त रूप से चेताया जा चुका है। लेकिन गुरुजी हैं कि सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे। ऐसे में कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन की अनुशंसा पर शासन ने इन शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई का फैसला लिया है.

कॉलेज आएं या नौकरी छोड़ें
इस बावत आदेश तैयार करके सहायक शिक्षा निदेशक प्रो। संजय कुमार सिंह ने निदेशक उच्च शिक्षा इलाहाबाद को भेजा है। निदेशक की ओर से इस आशय का पत्र सभी कॉलेजेस के प्रिंसिपल्स को भेजा गया है। प्रिंसिपल्स से कहा गया है कि ऐसे प्रवक्ता जो बिना अवकाश की स्वीकृति के कॉलेज नहीं आ रहे उनकी सेवा समाप्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। कहा गया है कि लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि अध्ययन अवकाश या अन्य अवकाश अथवा अन्यत्र सेवा में जाने के लिए शिक्षक स्वीकृति ही नहीं ले रहे। इसकी शिकायत कॉलेज प्रिंसिपल द्वारा भी की गई है.

प्रिंसिपल्स की होगी जवाबदेही
प्रो। संजय कुमार सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि उपरोक्त प्रकरण एवं प्रश्नगत प्रकरण से संबंधित सभी में निर्देशित किया जाता है कि जब तक शिक्षकों द्वारा याचित अवकाश सक्षम अधिकारी द्वारा स्वीकृत नहीं किया जाता तब तक शिक्षकों को कार्यमुक्त न किया जाए। यही नहीं यदि अवकाश स्वीकृत नहीं है और प्राचार्य अपने स्तर से उन्हें कार्यमुक्त करते हैं तो ऐसे मामलों में प्राचार्यो की जवाबदेही होगी। वहीं अगर शिक्षक स्वयं आना बंद कर देता है तो उसका दायित्व निर्धारित करते हुए सेवा समाप्ति का निर्णय लिया जाएगा.

पूरे प्रदेश से जुटाया जाएगा ब्यौरा
यह भी बताया गया है कि यदि बिना सूचना के गायब शिक्षक नौकरी ज्वाइन कर रहा है तो उसे एक मौका देते हुए कार्यभार ग्रहण करने के लिए एक सप्ताह का मौका दिया जाए। यह नोटिस शिक्षक के मकान पर भी अनिवार्य रूप से चस्पा की जाएगी। यदि नोटिस के बाद भी वह कार्यभार ग्रहण नहीं करता तो समाचार पत्र में भी इस बावत एक गजट प्रकाशित करवाया जाएगा। इसके बाद नौकरी समाप्त करने के लिये 15 दिन के भीतर प्रस्ताव तैयार करके निदेशालय फिर शासन को भेजा जाये। पूरे प्रदेश में इस तरह के प्रवक्ताओं का विवरण डाक से व ईमेल आईडी degreeseva@gmail.com पर तत्काल प्रेषित करने को कहा गया है।

इनकी सेवा समाप्ति की सिफारिश
1। पूजा शर्मा, प्रवक्ता अर्थशास्त्र राजकीय महिला स्नातक महाविद्यालय कांधला शामली
2। डॉ। ऋचा जैन, प्रवक्ता गणित राजकीय महिला महाविद्यालय बादलपुर गौतमबुद्धनगर
3। डॉ। चारु त्यागी, प्रवक्ता बायोटेक्नोलॉजी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला

फैक्ट फाइल
137 यूजी- पीजी गर्वनमेंट कालेजेस प्रदेश में कर रहे हैं रन

4500 से अधिक लेक्चरर्स की इन कालेजेस में है तैनाती
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