गैरशिक्षण कार्य बंद कराने को मंत्री से की मुलाकात

साहिबाबाद: प्राथमिक शिक्षा की दशा सुधारनी है तो शिक्षकों से केवल शिक्षण कार्य ही कराए जाएं। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने शुक्रवार को लखनऊ में बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल से मुलाकात कर गैर शिक्षण कार्यों में शिक्षकों के इस्तेमाल पर रोक लगाने का अनुरोध किया।
शिक्षकों ने कहा कि अगर निजी स्कूलों की तर्ज पर शिक्षा का स्तर उठाना है तो इस तरह के कदम उठाए जाने बेहद जरूरी हैं। शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के मकसद से प्राथमिक शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी डॉ अनुज त्यागी के नेतृत्व में मिला। अनुज त्यागी ने बताया कि मंत्री से हुई वार्ता में प्रतिनिधिमंडल ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों का हवाला देते हुए अनुरोध किया कि शिक्षकों को गैरशैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए। गाजियाबाद में शिक्षकों को बी एल ओ के तौर पर कार्य कराए जाने और पिछड़ी जाति की गणना ड्यूटी में लगाने की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि इससे स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति भी कम रहती है और ऐसे में शिक्षण कार्य भी प्रभावित होते हैं। इस समस्या के सम्बंध में कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता की गई। जब शिक्षक ऐसी ड्यूटी का विरोध करते हैं तो प्रशासन की ओर से विभिन्न नियमों - कानूनों का हवाला देकर कार्रवाई की चेतावनी दी जाती है। शिक्षा मंत्री ने प्राथमिक शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस तरह की समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में विनोद नागर,नरेश कौशिक, कनक ¨सह आदि शिक्षक मौजूद रहे
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