बड़ा सवाल: अफवाहें सिर्फ शिक्षामित्रों के लिए ही क्यों होती है?

*अफवाहें सिर्फ शिक्षामित्रों के लिए ही क्यों होती है।*
पिछले दिनों से शिक्षामित्रों का रेवियू खारिज होने की अफवाहें चरम पर हैं। जबकि सब से पहले और सर्वाधिक 32 रेवियू और मॉडिफिकेशन 72825 मामले में दाखिल हैं।
अगस्त के पहले सप्ताह से ही बीएड टेट मामले में रेवियू और मॉडिफिकेशन दाखिल होने लगे थे जिनपर नियमानुसार सब से पहले सुनवाई और लिस्टिंग होगी।
लेकिन विडंवना देखिये अफवाहें शिक्षामित्रों की उड़ाई जा  रही हैं जिसके लिए लैपडोग मीडिया भी ज़िम्मेदार है।
शिक्षामित्रों के मामले में सब से पहले 18 अगस्त को हमारी ओर से रेवियू फ़ाइल हुआ है जिस पर लिस्टिंग संभवतः अक्टूबर के अंत मे हो सकती है।
*वर्तमान स्थिति ये है कि अभी तक कोर्ट आर्डर डिक्री ही नही हुआ है और याचिका की कॉपी ही रजिस्ट्री के पास नही है। दूसरी बात रेवियू लिस्ट होना अनिवार्य है। जबकि अब तक एक भी रेवियू का नंबर ही जारी नही हुआ है सुनवाई या लिस्ट होना तो दूर की बात है।*
आप सब से अनुरोध है अफवाहों पर ध्यान न दें।। सब से पहले 72825 मामले पर ही सुनवाई होगी उसके बाद शिक्षामित्र मामले पर। अक्टूबर से पहले तो कुछ भी मुमकिन नही है।
©मिशन सुप्रीम कोर्ट  ग्रुप, यूपी
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines