80 फीसद से कम उपस्थिति वाले शिक्षकों की बनेगी कुंडली

गोंडा : बेसिक शिक्षा विभाग परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों पर शिकंजा कसने जा रहा है। स्कूलों में उपस्थिति की पड़ताल की कवायद शुरू कर दी गयी है। खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच की जिम्मेदारी दी गयी है।
जुलाई, अगस्त व सितंबर माह की उपस्थिति का आंकलन कर रिपोर्ट देंगे। 80 फीसद से कम उपस्थिति वाले अध्यापकों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। परिषदीय स्कूलों में छात्र उपस्थिति को लेकर अभियान चलाया गया, जिसमें छात्रों की दाखिला कराया गया, लेकिन शिक्षक समय से विद्यालय नहीं जाते हैं। अधिकारियों के निरीक्षण में इसका खुलासा भी होता है। इसपर रोक लगाने के लिए परिषद ने बीएसए को जिम्मेदारी सौंपी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारियों को लगाकर क्रास चे¨कग कराने की योजना बनाई जा रही है। जुलाई, अगस्त, सितंबर व अक्टूबर महीने की उपस्थिति की समीक्षा होगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि अध्यापकों को नियमित स्कूल आने के निर्देश दिए गए हैं। बावजूद इसके कई जगह उनके न आने की शिकायत मिल रही है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

समय से स्कूल न आने की बन गयी आदत- बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के तमाम निर्देश के बाद भी कई शिक्षक समय से स्कूल नहीं जाते हैं। कुछ प्रतिदिन लखनऊ से आते-जाते हैं। ऐसे में यह प्रार्थना में नहीं पहुंचते हैं। बीईओ सुबह 9 से 11 बजे के बीच कार्यालय में रहते हैं। इसी के चलते अध्यापक पकड़ से दूर हैं। वहीं अधिकतर स्कूल न जाने वाले शिक्षक खंड शिक्षा अधिकारियों के खास होते हैं, जिससे उन पर कार्रवाई नहीं होती है। इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है।
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