आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने फिर किया लाठीचार्ज, विधानसभा मार्ग और गांधी पार्क में दो घंटे मची रही चीख-पुकार

लखनऊ : अपनी मांगों को लेकर सोमवार से राजधानी में विधानसभा मार्ग को जबरन घेरकर बैठीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए मंगलवार दोपहर पुलिस ने फिर लाठीचार्ज किया।
पुलिस ने महिला कार्यकर्ताओं को खदेड़ते हुए विधानसभा मार्ग, राजभवन रोड और गांधी पार्क में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जवाबी कार्रवाई में महिला कार्यकर्ताओं ने भी पथराव किया। लाठीचार्ज में 18 महिला कार्यकर्ता घायल हुईं जबकि छह कार्यकर्ताओं के सिर फूटे। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक कार्यकर्ता जौनपुर निवासी पुष्पा यादव की हालात नाजुक बताई जा रही है, उन्हें ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। महिला कार्यकर्ता राज्य कर्मचारी घोषित करने समेत 16 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठी थीं। 1प्रदर्शनकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुलिस द्वारा सोमवार आधी रात को गिरफ्तार की गईं एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्या समेत 12 कार्यकर्ताओं रिहाई के लिए नारेबाजी कर रही थीं। दिन में करीब तीन बजे पुलिस अधिकारी उनसे प्रदर्शन समाप्त करने की बात करने गए। तभी एक कार्यकर्ता भड़क गई। पुलिस से नोकझोंक होती देख अन्य कार्यकर्ता भी बैरीकेडिंग के पास पहुंच गईं और देखते-देखते धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस बीच कुछ लोगों ने पथराव कर दिया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। यह देख महिलाएं विधान भवन, गांधी पार्क और राजभवन रोड की ओर भागीं तो पुलिस ने उनका पीछा कर पीटा। जवाब में महिला कार्यकर्ताओं ने पथराव किया। पुलिस ने भी लाठी के साथ जवाब में पत्थर फेंके। करीब दो घंटे तक चीख-पुकार और अफरातफरी मची रही। शाम पांच बजे पुलिस ने महिलाओं को खदेड़कर गांधी पार्क के अंदर किया। लाठीचार्ज में घायल महिलाओं को पुलिस ने एंबुलेंस से सिविल अस्पताल भेजा। प्रदर्शनकारी महिलाएं अभी तक अपनी मांगों को लेकर डटी हैं।1’>>विधानसभा मार्ग और गांधी पार्क में दो घंटे मची रही चीख-पुकार1’>>कार्यकर्ताओं के पथराव में महिला और पुरुष पुलिसकर्मी भी घायल1दो दिन से महिलाएं सड़क जाम कर बैठी थी। यातायात व्यवस्था छिन्न भिन्न हो गई थी। शासन में वार्ता को उनकी नौ नवंबर की डेट भी फिक्स हो गई थी लेकिन, वह मानने को तैयार नहीं हुईं। दोपहर में महिला पुलिसकर्मी उन्हें समझा रही थीं। इसी बीच कार्यकर्ताओं ने पथराव शुरू कर दिया। जवाबी कार्यवाई में महिला पुलिसकर्मियों को भी बल प्रयोग करना पड़ा। कई पुलिसकर्मी पथराव में घायल हुए हैं। कुछ कार्यकर्ता भी चोटिल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए भेजा गया है। 1सर्वेश मिश्र, एएसपी पूर्वी

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