दीपावली पर यूपी पुलिस को तोहफे के रूप में फिर से एक दिन का ऑफ मिलने जा रहा है। एडीजी कानून
व्यवस्था ने सिपाहियों को हर 10वें दिन एक दिन की छुट्टी देने का निर्देश दिया है।
आईजी रेंज रमित शर्मा ने रेंज के सिपाहियों को एक दिन का अवकाश देने के लिए सभी जिलों के कप्तान को निर्देश दिया है।
19 मई 2014 को हुई थी शुरुआत: पुलिस की 24 घंटे की ड्यूटी में तनाव से गुजर रहे सिपाहियों की हालत देखकर 19 मई 2014 को तत्कालीन डीजीपी एएल बनर्जी ने सिपाहियों को साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा की थी। गोमतीनगर थाने पहुंचे डीजीपी ने सिपाहियों की हेल्थ चेकअप में पाया कि ज्यादातर पुलिसकर्मी शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार हैँ। उनसे बातचीत में पता चला कि एक दिन भी उन्हें आराम करने के लिए समय नहीं मिलता है। परिवार से हमेशा दूर रहते हैं। ऐसे में डीजीपी ने उन्हें एक दिन की छुट्टी देने की घोषणा की थी।
इलाहाबाद में भी कुछ ही दिन चला वीकली ऑफ: डीजीपी के निर्देश के बाद पूरे प्रदेश में एक दिन का अवकाश मिलने लगा। इलाहाबाद में तत्कालीन एसएसपी मोहित अग्रवाल ने सिपाहियों को एक दिन की छुट्टी देनी शुरू कर दी। लेकिन इसके लिए थानेदार और इंस्पेक्टर को जिम्मेदारी दी गई कि वह अपनी सहूलियत के आधार पर सिपाहियों को छुट्टी देंगे। नतीजा कुछ माह बाद भी ऑफ का सिस्टम खत्म हो गया।
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19 मई 2014 को हुई थी शुरुआत: पुलिस की 24 घंटे की ड्यूटी में तनाव से गुजर रहे सिपाहियों की हालत देखकर 19 मई 2014 को तत्कालीन डीजीपी एएल बनर्जी ने सिपाहियों को साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा की थी। गोमतीनगर थाने पहुंचे डीजीपी ने सिपाहियों की हेल्थ चेकअप में पाया कि ज्यादातर पुलिसकर्मी शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार हैँ। उनसे बातचीत में पता चला कि एक दिन भी उन्हें आराम करने के लिए समय नहीं मिलता है। परिवार से हमेशा दूर रहते हैं। ऐसे में डीजीपी ने उन्हें एक दिन की छुट्टी देने की घोषणा की थी।
इलाहाबाद में भी कुछ ही दिन चला वीकली ऑफ: डीजीपी के निर्देश के बाद पूरे प्रदेश में एक दिन का अवकाश मिलने लगा। इलाहाबाद में तत्कालीन एसएसपी मोहित अग्रवाल ने सिपाहियों को एक दिन की छुट्टी देनी शुरू कर दी। लेकिन इसके लिए थानेदार और इंस्पेक्टर को जिम्मेदारी दी गई कि वह अपनी सहूलियत के आधार पर सिपाहियों को छुट्टी देंगे। नतीजा कुछ माह बाद भी ऑफ का सिस्टम खत्म हो गया।
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