इलाहाबाद। प्रदेश सरकार शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन की
प्रक्रिया दिसंबर के पहले सप्ताह में शुरू करने की तैयारी में है, लेकिन
बीटीसी सत्र 2014 के 44,500 प्रशिक्षुओं के सामने इसमें शामिल होने को लेकर
असमंजस की स्थिति है।
प्रशिक्षु इस परीक्षा में तभी शामिल हो सकेंगे, जब उनका अंतिम सेमेस्टर का परिणाम जारी होगा। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय सेमेस्टर परिणाम अभी जारी करने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में प्रशिक्षु बीटीसी संयुक्त मोर्चा संघ के तत्वावधान में पिछले 16 दिन से परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर धरना दे रहे हैं। वे 28 नवंबर तक परिणाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं। मंगलवार को प्रशिक्षुओं ने 25 नवंबर से भूख हड़ताल शुरू करने की घोषणा कर दी।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय इन दिनों शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की कॉपियों का मूल्यांकन करा रहा है। इस पर सरकार की सीधी नजर है। इसका परिणाम 30 नवंबर तक घोषित होना है, सो प्राधिकारी कार्यालय सारे काम छोड़कर मूल्यांकन का काम पूरा कराने में जुटा है। टीईटी की वजह से बीटीसी सत्र 2014 के प्रशिक्षुओं का परिणाम अधर में लटक गया है। अंतिम सेमेस्टर का परिणाम घोषित होने के बाद ही वे शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। इन प्रशिक्षुओं की चौथे और अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा सितंबर में हुई है। इसकी तकरीबन 3.50 लाख कॉपियों का मूल्यांकन होना है, लेकिन इसमें से अभी 65 फीसदी कॉपियों का ही मूल्यांकन हो सका है। परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर इलाहाबाद समेत विभिन्न जिलों के प्रशिक्षु पिछले 16 दिन से प्राधिकारी कार्यालय पर क्रमिक धरना दे रहे हैं।
प्रशिक्षुओं की चिंता यह है कि परिषदीय विद्यालयों में 68,500 सहायक अध्यापकों के पदों पर भर्ती के लिए दिसंबर के पहले सप्ताह में आवेदन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है, इस बीच उनका परिणाम न घोषित हुआ तो वे इस भर्ती परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। संघ के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक त्रिपाठी के मुताबिक इस संबंध में प्राधिकारी सचिव डॉ.सुत्ता सिंह से कई बार वार्ता हो चुकी है, लेकिन उनकी ओर से अब तक सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। ऐसे में प्रशिक्षु 25 नवंबर से भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
प्रशिक्षु इस परीक्षा में तभी शामिल हो सकेंगे, जब उनका अंतिम सेमेस्टर का परिणाम जारी होगा। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय सेमेस्टर परिणाम अभी जारी करने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में प्रशिक्षु बीटीसी संयुक्त मोर्चा संघ के तत्वावधान में पिछले 16 दिन से परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर धरना दे रहे हैं। वे 28 नवंबर तक परिणाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं। मंगलवार को प्रशिक्षुओं ने 25 नवंबर से भूख हड़ताल शुरू करने की घोषणा कर दी।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय इन दिनों शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की कॉपियों का मूल्यांकन करा रहा है। इस पर सरकार की सीधी नजर है। इसका परिणाम 30 नवंबर तक घोषित होना है, सो प्राधिकारी कार्यालय सारे काम छोड़कर मूल्यांकन का काम पूरा कराने में जुटा है। टीईटी की वजह से बीटीसी सत्र 2014 के प्रशिक्षुओं का परिणाम अधर में लटक गया है। अंतिम सेमेस्टर का परिणाम घोषित होने के बाद ही वे शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। इन प्रशिक्षुओं की चौथे और अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा सितंबर में हुई है। इसकी तकरीबन 3.50 लाख कॉपियों का मूल्यांकन होना है, लेकिन इसमें से अभी 65 फीसदी कॉपियों का ही मूल्यांकन हो सका है। परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर इलाहाबाद समेत विभिन्न जिलों के प्रशिक्षु पिछले 16 दिन से प्राधिकारी कार्यालय पर क्रमिक धरना दे रहे हैं।
प्रशिक्षुओं की चिंता यह है कि परिषदीय विद्यालयों में 68,500 सहायक अध्यापकों के पदों पर भर्ती के लिए दिसंबर के पहले सप्ताह में आवेदन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है, इस बीच उनका परिणाम न घोषित हुआ तो वे इस भर्ती परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। संघ के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक त्रिपाठी के मुताबिक इस संबंध में प्राधिकारी सचिव डॉ.सुत्ता सिंह से कई बार वार्ता हो चुकी है, लेकिन उनकी ओर से अब तक सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। ऐसे में प्रशिक्षु 25 नवंबर से भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
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