फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर शिक्षक की नौकरी करने का आरोप, शासन से जांच शुरू

 जागरण संवाददाता सम्भल: फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर शिक्षक की नौकरी पाने वाले पांच शिक्षकों के खिलाफ शासन ने जांच बैठा दी है। इन पांचों पर शिक्षकों पर शिकायत कर नौकरी पाने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र लगाने का आरोप है।
मामला संज्ञान में आते ही बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पांचों शिक्षकों के वेतन रोकने के आदेश दे दिए है। शासन ने जांच के लिए बोर्ड का गठन किया है। अब से पहले भी जिले ऐसे मामले सामने आ चुके है।

कुछ लोगों ने शिकायत की थी पवांसा ब्लाक के गांव करछली के प्राथमिक विद्यालय में तैनात खूब ¨सह, इसी ब्लाक के शकरपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय में तैनात महेंद्र ¨सह, प्राथमिक विद्यालय भवानीपुर में तैनात जितेंद्र ¨सह, असमोली के गोहरनगर के प्राथमिक विद्यालय में तैनात रूमाल ¨सह और इसी ब्लाक के अकबरपुर गहरा की मैढ़या में तैनात रघुवीर ¨सह के खिलाफ किसी ने शिकायत की थी। इन शिक्षकों ने सरकारी नौकरी पाने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र लगाए है। पहले यह शिकायत जिले के अधिकारियों से की गई तो उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद शिकायतकर्ताओं ने शासन स्तर पर इस मामले की शिकायत की। शासन पर शिकायत पहुंचने के बाद जांच करने के निर्देश दे दिए। जांच के लिए शासन ने बोर्ड गठित कर दिया। साथ ही जांच शुरू होते ही शासन आदेश आने पर मंगलवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. सत्यनारायण ने खूब ¨सह, महेंद्र जितेंद्र ¨सह, रूमाल ¨सह, रघुवीर ¨सह का वेतन रोकने के आदेश दिए है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इनके खिलाफ फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी पाने का आरोप है। शासन स्तर से पांचों शिक्षकों की जांच हो रही है। ऐसे में सभी का वेतन रोक दिया गया है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक इन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा।
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