जासं, कौशांबी : जिले में तैनात फर्जी शिक्षकों पर एबीएसए कुंडली मार
बैठे हैं। बीएसए ने स्कूलों में तैनात शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के बारे
में एबीएसए से जानकारी मांगी है।
लेकिन वह नहीं दे रहे हैं। ऐसे में बीएसए उनको रिमांडर पर रिमांडर भेज रहे हैं। इसके बावजूद वह शैक्षिक रिकार्ड नहीं भेज रहे हैं। इसलिए फर्जी शिक्षकों का खुलासा नहीं हो रहा हैं।
दरअसल आगरा विश्वविद्यालय से वर्ष 2004-05 में बड़ी संख्या में बीएड की फर्जी डिग्री जारी की थी। इन डिग्रियों के सहारे जिले में कई लोग नौकरी कर रहे। जो फर्जी डिग्रियां है, उसका रिकार्ड किसी के पास नहीं है। लेकिन आगरा से 2004-05 में जो असली प्रमाण पत्र जारी हुए हैं, उनका रिकार्ड है। उन प्रमाण पत्रों की सीडी पिछले दिनों जिलों में भेजी गई है। यहां के बीएसए को भी यह सीडी मिली है। बीएसए को कहा गया था कि वह जिले भर के शिक्षकों का प्रमाण पत्र चेक करें। जो प्रमाण पत्र आगरा से जारी हुए हैं, उनको विशेष तौर से देखें और सीडी में मिले से रिकार्ड से मिलान कराएं। इससे फर्जी शिक्षक पकड़ जाएंगे। सीडी मिलने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को दो नवंबर को पत्र भेजा। उन्होंने दो दिनों के अंदर विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के दस्तावेजों की जानकारी मांगी। करीब 18 दिन बीतने के बाद भी अब तक खंड शिक्षा अधिकारियों ने तैनात शिक्षकों का शैक्षिक रिकार्ड नहीं भेजा है। इसलिए बीएसए की ओर से सभी अधिकारियों को रिमाइंडर भेजा गया है। बीएसए एमआर स्वामी ने बताया कि जो भी खंड शिक्षा अधिकारी रिमाइंडर के बाद भी सूची नहीं भेजेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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लेकिन वह नहीं दे रहे हैं। ऐसे में बीएसए उनको रिमांडर पर रिमांडर भेज रहे हैं। इसके बावजूद वह शैक्षिक रिकार्ड नहीं भेज रहे हैं। इसलिए फर्जी शिक्षकों का खुलासा नहीं हो रहा हैं।
दरअसल आगरा विश्वविद्यालय से वर्ष 2004-05 में बड़ी संख्या में बीएड की फर्जी डिग्री जारी की थी। इन डिग्रियों के सहारे जिले में कई लोग नौकरी कर रहे। जो फर्जी डिग्रियां है, उसका रिकार्ड किसी के पास नहीं है। लेकिन आगरा से 2004-05 में जो असली प्रमाण पत्र जारी हुए हैं, उनका रिकार्ड है। उन प्रमाण पत्रों की सीडी पिछले दिनों जिलों में भेजी गई है। यहां के बीएसए को भी यह सीडी मिली है। बीएसए को कहा गया था कि वह जिले भर के शिक्षकों का प्रमाण पत्र चेक करें। जो प्रमाण पत्र आगरा से जारी हुए हैं, उनको विशेष तौर से देखें और सीडी में मिले से रिकार्ड से मिलान कराएं। इससे फर्जी शिक्षक पकड़ जाएंगे। सीडी मिलने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को दो नवंबर को पत्र भेजा। उन्होंने दो दिनों के अंदर विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के दस्तावेजों की जानकारी मांगी। करीब 18 दिन बीतने के बाद भी अब तक खंड शिक्षा अधिकारियों ने तैनात शिक्षकों का शैक्षिक रिकार्ड नहीं भेजा है। इसलिए बीएसए की ओर से सभी अधिकारियों को रिमाइंडर भेजा गया है। बीएसए एमआर स्वामी ने बताया कि जो भी खंड शिक्षा अधिकारी रिमाइंडर के बाद भी सूची नहीं भेजेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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