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अप्रशिक्षित शिक्षकों की ब्रिज कोर्स से न सीनिरटी पर असर और टीईटी की भी जरूरत नहीं

राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान (एनआईओएस) से छह महीने का ब्रिज कोर्स करने पर न तो सीनियरटी प्रभावित होगी और भविष्य में टीईटी करने की बाध्यता भी नहीं रहेगी।

विशिष्ट बीटीसी की मान्यता पर फंसे पेंच के बीच शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को शिक्षकों की आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से मान्यता लिए बिना कराई गई विशिष्ट बीटीसी की वजह से राज्य के 13,175 शिक्षक अप्रशिक्षित शिक्षक की कैटेगरी में आ चुके हैँ। हालांकि केंद्र सरकार ने ब्रिज कोर्स का विकल्प दिया है, लेकिन शिक्षक कुछ मुद़्दों को लेकर आशंकित हैँ।
1. डर शिक्षकों का : कहीं एक साथ ब्रिज कोर्स करने पर वर्ष 2001 से 2017 के बीच भर्ती सभी शिक्षकों की सीनियरटी न खत्म हो जाए। दूसरा, यह कि ब्रिज कोर्स के बाद टीईटी भी पास करने का दबाव बनाया जा सकता है। तीसरा, ब्रिज कोर्स कठिन होने की वजह से शिक्षक फेल हुए तो उनकी नौकरी पर खतरा मंडरा सकता है।
2. जवाब शिक्षा विभाग का: अपर निदेशक-बेसिक वीएस रावत का कहना है कि ब्रिज कोर्स का सीनियरटी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सभी की वरिष्ठता पूर्ववत ही रहेगी। दूसरा आरटीई एक्ट वर्ष 2010 में लागू हुआ था, इसलिए इस अवधि से पहले नियुक्त शिक्षकों पर टीईटी की बाध्यता नहीं रहेगी। और वर्ष 2010 के बाद सभी शिक्षक टीईटी पास करने पर ही रखे गए हैं, इसलिए उन्हें कोई समस्या नहीं होगी। 30 नवंबर तक हर अप्रशिक्षित शिक्षक एनआईओएस में रजिस्ट्रेशन करवा सकता है।
3.ब्रिज कोर्स सामान्य प्रशिक्षण: एनआईओएस के क्षेत्रीय निदेशक प्रदीप रावत ने ब्रिज कोर्स के कठिन होने और इसमें फेल होने की आशंकाओं को भी खारिज किया। रावत ने कहा कि ब्रिज कोर्स ठीक उसी प्रकार है जैसे सेवारत प्रशिक्षण होते हैँ। यह कोर्स प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों के लिए हैं। लिहाजा उसी रूप में ढाला गया है। इसकी पूरी अध्ययन सामग्री पर्याप्त रूप से उपलब्ध भी कराई जाएगी
22 नवंबर से होगा आंदोलन: ब्रिज कोर्स की बाध्यता के खिलाफ विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों का आंदोलन 22 नवंबर को पौड़ी के शिक्षकों के साथ शुरू होगा। प्राथमिक शिक्षक संघ की अध्यक्ष निर्मला महर, महामंत्री दिग्विजय सिंह चौहान, संरक्षक प्रेम सिंह गुंसाई ने बताया कि 22 नवंबर को पौड़ी, 23 को टिहरी, 25 को रूद्रप्रयाग और चमोली, 28 को देहरादून, 29 को नैनीताल, 30 को अल्मोड़ा-बागेश्वर के शिक्षक शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन करेंगे। एक दिसंबर को यूएसनगर, चार को उत्तरकाशी और पांच दिसंबर को चंपावत और पिथौरागढ़ के शिक्षक निदेशालय पर धरना देंगे।
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