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15000 शिक्षकों की भर्ती : नौकरी नहीं मिली तो लगा दिया फर्जी अंक पत्र

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जनपद में पिछले वर्ष 15000 से अधिक प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में हुई धांधली में एक नया मोड़ आ गया है।
100 फर्जी मिले शिक्षकों में चार दर्जन ऐसे शिक्षक नौकरी कर रहे हैं जो पहली नियुक्ति में नौकरी नहीं पाए तो दूसरी यूनिवर्सिटी से उसी अंक पत्र पर मार्कशीट बनवाकर शिक्षक बन गए। यह सच अपर सांख्यिकीय अधिकारी सुनील कुमार की जांच में उजागर हो चुका है। इसकी वजह से शिक्षा विभाग में हड़कप की स्थिति व्याप्त है।
इस नियुक्ति में अब तक छह शिक्षकों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी है। 94 संदिग्ध शिक्षकों की जांच युद्धस्तर पर की जा रही है। अपर सांख्यकीय अधिकारी सुनील ¨सह की माने तो कई शिक्षक पहली भर्ती में अपनी स्नातक की सही डिग्री लगाकर आवेदन किया था। इसमें जब वह सफल नहीं हो पाए तो दूसरे महाविद्यालयों से फर्जी डिग्री बनवाकर उसी अंक पत्र के सीरियल नंबर पर नंबर बढ़ाकर लगा दिया और मेरिट लिस्ट में आ गए। इसकी वजह से इनका चयन हो गया है। अब वे¨टग लिस्ट वाले अभ्यर्थियों को इंतजार है कि जब इनकी नियुक्ति निरस्त हो तो उनका चयन शुरू हो जाए। वर्ष 2016 में बीएसए कार्यालय द्वारा 15000 व 16448 शिक्षक भर्ती निकली थी। इसमें 15000 शिक्षक भर्ती में मेरिट कम होने की वजह से तमाम शिक्षक नियुक्ति पाने से वंचित हो गए। इसके बाद सैकड़ों अभ्यर्थियों ने विकलांग प्रमाण पत्र व फर्जी अंक पत्र के आधार पर 16448 शिक्षक भर्ती में अपनी नियुक्ति पा लिया।
-जांच अधिकारी द्वारा मामले की प्रथम जांच रिपोर्ट अभी सौंपी नहीं गई है। रिपोर्ट आने पर सभी के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

-के. रवींद्र नायक : मंडलायुक्त आजमगढ़ मंडल।
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