शिक्षामित्रों का अभी तक अटका मानदेय

फैजाबाद। सुप्रीम कोर्ट से बीते 25 जुलाई को समायोजन निरस्त होने के बाद से शिक्षामित्रों का मानदेय अभी तक अटका हुआ है। जिले के करीब दो हजार शिक्षामित्र बीते तीन माह से खाली हाथ हैं।

सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के सख्त आदेशों के बावजूद भी अभी तक विभाग मानदेय का भुगतान नहीं करा सका है। शिक्षामित्र बिना मानदेय के शिक्षण कार्य करने को मजबूर हैं।

जिले के कुल 1992 समायोजित शिक्षामित्रों का समायोजन बीते जुलाई माह में रद्द कर दिया गया। इसके बाद सरकार ने शिक्षामित्रों को दस हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिए जाने की घोषणा की।

पहले तो शिक्षामित्र इसे लेने से इन्कार करते रहे, लेकिन सरकार का रुख नरम न होने व कार्रवाई के भय से शिक्षामित्र काम पर लौटे।

तब से शिक्षामित्र विद्यालयों में कार्यरत हैं, लेकिन आज तक मानदेय का भुगतान नहीं हो सका। इसके अलावा जनपद के 78 शिक्षामित्रों को तो बीते अप्रैल माह से ही फूटी कौड़ी ही नसीब नहीं हुई है।

मानदेय न प्राप्त होने की शिकायत पर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने शीघ्र ही भुगतान कराने का निर्देश सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिया है, फिर भी विभाग की तरफ से कार्रवाई अभी लंबित है।

शिक्षामित्र सविता ने बताया कि संकल्प पत्र में किए वादे को पूरा करने की उम्मीद थी, लेकिन सरकार शिक्षामित्रों की उम्मीद पर खरा नहीं उतरी। अब मानदेय न मिलने से भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो रही है।

आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अनुज सिंह ने कहा कि सरकार के आदेश के वावजूद शिक्षामित्रों को मानदेय का भुगतान न होना, निराशाजनक है।

बताया कि बीएसए से जल्द मानदेय भुगतान की मांग की गई है। मीडिया प्रभारी अनूप द्विवेदी ने बताया कि जुलाई माह में 6 दिन का वेतन व सातवें वेतन आयोग के अवशेषों का भुगतान भी अभी नहीं हो पाया है।

बन रही रिपोर्ट, शीघ्र होगा भुगतान
विभागीय रिपोर्ट तैयार की जा रही है, खंड शिक्षा अधिकारियों से आंकड़े मांगे गए हैं। विवरण प्राप्त होते ही शीघ्र ही शिक्षामित्रों का मानदेय भुगतान किया जाएगा।
-अमिता सिंह, बीएसए फैजाबाद
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines