नई दिल्ली। विशेष संवाददाता विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन के लिए केंद्र सरकार ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के गठन को मंजूरी प्रदान कर दी है। इससे सीबीएसई, एआईसीटीई, यूजीसी आदि शिक्षा के नियमन से जुड़ी एजेंसियों को परीक्षाओं के आयोजन की जिम्मेदारी से निजात मिलेगी।
इंडियन सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत एनटीए का गठन किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में एनटीए के गठन को मंजूरी दी गई। देश में हर साल करीब 40 लाख छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठते हैं। इनके टेस्ट सीबीएसई, यूजीसी, एआईसीटीई आदि करते हैं। जबकि इन एजेंसियों का यह कार्य नहीं है। इसलिए इस साल बजट भाषण में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एनटीए के गठन की बात कही थी। सीबीएसई द्वारा मौजूदा समय में आयोजन होने वाली सभी प्रवेश परीक्षाओं का जिम्मेदारी एनटीए की होगी। जैसे, जेईई, नीट, टीईटी आदि। इसके अलावा जैसे-जैसे एनटीए पूरी तरह से कार्य करना आरंभ करेगी, अन्य प्रवेश परीक्षाओं का जिम्मा भी उसे दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षाएं साल में दो बार ऑनलाइन आयोजित होंगी ताकि छात्रों को बेस्ट स्कोर हासिल कर सकें। एनटीसी दूरदराज के इलाकों में भी अपने परीक्षा केंद्र स्थापित करेगी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को दिक्कत नहीं हो।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ को एनटीए का चैयरमैन नियुक्त करेगा। साथ ही इसमें एक महानिदेशक की भी नियुक्ति होगी। एनटीए की सेवाएं लेने वाले संस्थानों के प्रतिनिधियों से एनटीए का बोर्ड ऑफ गवर्नर्स बनेगा। नौ विशेषज्ञ महानिदेशक की सहायता के लिए चिह्नित किए जाएंगे। सरकार एनटीए को 25 करोड़ रुपये की एकमुश्त राशि देगी। एजेंसी बाकी खर्च छात्रों के परीक्षा शुल्क से खुद जुटाएगी। एनटीए अगले कुछ महीनों के भीतर कार्य शुरू कर देगी।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
इंडियन सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत एनटीए का गठन किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में एनटीए के गठन को मंजूरी दी गई। देश में हर साल करीब 40 लाख छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठते हैं। इनके टेस्ट सीबीएसई, यूजीसी, एआईसीटीई आदि करते हैं। जबकि इन एजेंसियों का यह कार्य नहीं है। इसलिए इस साल बजट भाषण में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एनटीए के गठन की बात कही थी। सीबीएसई द्वारा मौजूदा समय में आयोजन होने वाली सभी प्रवेश परीक्षाओं का जिम्मेदारी एनटीए की होगी। जैसे, जेईई, नीट, टीईटी आदि। इसके अलावा जैसे-जैसे एनटीए पूरी तरह से कार्य करना आरंभ करेगी, अन्य प्रवेश परीक्षाओं का जिम्मा भी उसे दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षाएं साल में दो बार ऑनलाइन आयोजित होंगी ताकि छात्रों को बेस्ट स्कोर हासिल कर सकें। एनटीसी दूरदराज के इलाकों में भी अपने परीक्षा केंद्र स्थापित करेगी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को दिक्कत नहीं हो।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ को एनटीए का चैयरमैन नियुक्त करेगा। साथ ही इसमें एक महानिदेशक की भी नियुक्ति होगी। एनटीए की सेवाएं लेने वाले संस्थानों के प्रतिनिधियों से एनटीए का बोर्ड ऑफ गवर्नर्स बनेगा। नौ विशेषज्ञ महानिदेशक की सहायता के लिए चिह्नित किए जाएंगे। सरकार एनटीए को 25 करोड़ रुपये की एकमुश्त राशि देगी। एजेंसी बाकी खर्च छात्रों के परीक्षा शुल्क से खुद जुटाएगी। एनटीए अगले कुछ महीनों के भीतर कार्य शुरू कर देगी।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines