मुलाकात की. बता दें कि प्रदेश सरकार पहली बार शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा कराने वाली है. अभ्यर्थियों का कहना है कि लिखित परीक्षा होने पर उसमें पारदर्शिता की कमी रहेगी.
संभव
है कि इसे लेकर कोर्ट में भी मामला जाए जिससे यह भर्ती लटक सकती है. इसी
लिए बेहतर है कि परीक्षा ओएमआर शीट पर हो. अभ्यर्थियों के अनुसार लिखित
परीक्षा होने पर एक ही प्रश्न के अभ्यर्थी अलग-अलग उत्तर लिखेंगे. ऐसे में
उनको मिलने वाले अंकों पर सवाल खड़ा हो सकता है. इनके अनुसार 2017 में
टीईटी जो कि ओएमआर पर हुआ था उसमें ही 14 प्रश्नों के गलत उत्तर आए थे.
जब
ओएमआर पर होने वाली परीक्षा का यह हाल है तो लिखित परीक्षा में तो दिक्कत
और अधिक होना तय है. अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं
होती गांधी प्रतिमा पर उनका प्रदर्शन चलता रहेगा. जरूरत पड़ी तो वह बड़ा
आंदोलन भी करेंगे.
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