अगले साल तक मिलेगी अफसरों की नई फौज, पीसीएस की तीन वर्षों की परीक्षाओं पर तेजी से हो रहा काम

सूबे की प्रशासनिक व्यवस्था जल्द ही मजबूत होगी। पीसीएस की तीन वर्षों की परीक्षाओं से अगले साल तक करीब दो हजार अफसर यूपी को मिलेंगे। इनमें एसडीएम और डिप्टी एसपी के अलावा कारागार, खाद्य और रसद विभाग, पंचायती राज तथा तहसीलों में भी नए अधिकारियों की फौज खड़ी होगी।
परीक्षाओं में कोई व्यवधान उत्पन्न न हुआ तो इसी साल के अंत तक 1300 अधिकारियों का चयन हो जाने की उम्मीद है। 1 मई में यूपीपीएससी के सचिव की मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक और मिले दिशा निर्देशों के बाद परीक्षाओं की प्रक्रिया तेज हुई है। पीसीएस परीक्षा 2015 के बाद पहली बार पीसीएस की तीन वर्षों की परीक्षाओं पर एक साथ आयोग में काम हो रहा है। यह बात दीगर है कि पीसीएस परीक्षा 2015 में गड़बड़ी होने पर सीबीआइ जांच चल रही है। वर्तमान में पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा संचालित हो रही है। इस परीक्षा के जरिए कुल 677 रिक्त पदों पर चयन होने हैं। इसमें एसडीएम के 22 पदों और डिप्टी एसपी के 90 पदों पर चयन होना है। इसके अलावा पीसीएस 2016 की मुख्य परीक्षा का परिणाम भी आयोग जुलाई माह के अंत में जारी करने की तैयारी में है। इस परीक्षा के जरिए कुल 630 रिक्त पदों पर चयन के लिए अगस्त में साक्षात्कार की तारीखें तय हो सकती हैं। आयोग ने इसके संकेत दिए हैं कि पीसीएस 2016 परीक्षा को पूरी तरह निस्तारित करने में अब कोई अड़चन नहीं है हालांकि इसका अंतिम परिणाम शीर्ष कोर्ट के निर्णय के अधीन रहेगा। वहीं जुलाई के प्रथम सप्ताह में पीसीएस 2018 का नोटिफिकेशन और इसके बाद विज्ञापन जारी करने की तैयारी है। यह परीक्षा लगभग 800 पदों पर अधिकारियों के चयन के लिए होगी। इसमें एसडीएम के 100 से अधिक पदों पर चयन होना है। आयोग की गाड़ी पटरी पर रही और यूपीएससी के पैटर्न पर परीक्षा निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार हुई तो अगले साल तक यूपी में प्रशासन, पुलिस व अन्य विभागों में बड़ी संख्या में नए अधिकारी मिलेंगे।