स्कूल चलो अभियान का दूसरा चरण आज से होगा शुरू, रस्मअदायगी की तैयारियों में जुटा बेसिक शिक्षा विभाग,बच्चों को समय से किताबें- यूनिफॉर्म बैग व जूते-मोजे मिलना मुश्किल

लखनऊ : गर्मी की छुट्टियों के बाद परिषदीय स्कूल सोमवार से खुलेंगे। यह बात और है कि स्कूलों में छात्र नामांकन बढ़ाने के लिए सोमवार से ही शुरू किये जा रहे स्कूल चलो अभियान के दूसरे चरण का आधी-अधूरी तैयारियों के बीच होगा। स्कूल चलो अभियान का दूसरा चरण 31 जुलाई तक चलेगा।
1गौरतलब है कि पहली अप्रैल को परिषदीय स्कूलों का नया शैक्षिक सत्र शुरू होते ही स्कूली शिक्षा के दायरे से छूटे चार से 14 साल तक के बच्चों का विद्यालयों में नामांकन कराने के लिए स्कूल चलो अभियान का पहला चरण चलाया गया था। पहला चरण 30 अप्रैल तक चला था। इसके बाद भी स्कूल 20 मई तक खुले रहे लेकिन इनमें पढ़ने वाले डेढ़ करोड़ बच्चे सरकार की ओर से मुफ्त में दी जाने वाली किताबों, यूनिफॉर्म, स्कूल बैग और जूते-मोजे का इंतजार ही करते रहे। 1मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो जुलाई को परिषदीय स्कूलों के खुलने पर उनमें पढ़ने वाले बच्चों को किताबें, यूनिफॉर्म, स्कूल बैग और जूते-मोजे मुहैया कराने का निर्देश दिया है। हकीकत यह है कि सभी बच्चों को समय से किताबें, यूनिफॉर्म, स्कूल बैग और जूते-मोजे मिल पाना मुश्किल है। किताबों की छपाई के लिए टेंडर को लेकर विवाद हुआ। इसके चलते किताबों के लिए दो चरणों में टेंडर हुए। टेंडर में विलंब के कारण सभी बच्चों को जुलाई में नई किताबें मिल पाना मुश्किल है। इस समस्या से निपटने के लिए विभाग कक्षा उत्तीर्ण कर अगली क्लास में जाने वाले बच्चों से उनकी पुरानी किताबें लेकर बच्चों को उपलब्ध कराने की कवायद में जुटा है। 1सर्व शिक्षा अभियान की ओर से स्कूलों को यूनिफॉर्म के लिए रकम जारी करने में भी देर हुई। इस वजह से सभी बच्चों को जुलाई की शुरुआत में यूनिफॉर्म नहीं मिल सकेगी। इसके लिए उन्हें कम से कम महीना भर इंतजार करना होगा। जूते-मोजे के टेंडर को लेकर भी विवाद हुआ। मामला हाईकोर्ट में पहुंचा जिससे बेसिक शिक्षा विभाग की फजीहत हुई। फिलहाल सभी बच्चों को अगस्त के दूसरे पखवारे से पहले जूते-मोजे मिलने की संभावना नहीं है। हालांकि मुख्यमंत्री के निर्देश के चलते विभाग इसकी खानापूरी में जुट गया है। सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं कि वे दो जुलाई को जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में बच्चों को किताबें, यूनिफॉर्म, स्कूल बैग व जूते-मोजे बंटवाए। लिहाजा रस्मअदायगी के लिए हर जिले में कुछ स्कूलों में बच्चों को यह सरकारी सौगात देने की तैयारी की जा रही है।’