नई दिल्ली: अगर आप सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर हैं. लोकसभा चुनाव 2019
से पहले यूपी के उन लोगों को बड़ी सौगात मिल सकती है, जो यूपी में सरकारी
टीचर बनना चाहते हैं. योगी सरकार लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में शिक्षकों
की भर्ती की तैयारी में है.
सूत्रों के मुताबिक, दिसंबर से पहले योगी सरकार नए सिरे से शिक्षकों की भर्ती निकालेगी, जिसमें सहायक अध्यापक के 95 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती निकाली जानी है. भर्ती के लिए नवंबर 2018 में टेट का रिजल्ट जारी कर भर्ती निकालने की तैयारी की जाएगी.
दरअसल, लोकसभा चुनाव के चलते प्रदेश सरकार कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती और चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले भर्ती की शुरुआत कर देना चाहती है. अभी तक यह भर्ती फरवरी 2019 में करने की योजना थी लेकिन 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भर्ती को दिसंबर से पहले करने पर विचार चल रहा है. आपको बता दें, हाल ही में सहायक अध्यापक के 68,500 पदों के लिए लिखित परीक्षा 27 मई को संपन्न हुई थी. ये योगी सरकार के कार्यकाल की पहली बड़ी भर्ती परीक्षा थी.
इसमें 41556 अभ्यर्थी परीक्षा में सफल घोषित किए गए हैं. परिणाम से स्पष्ट है कि इस भर्ती के 26944 पद खाली रह जाएंगे. जिसके लिए सरकार कट ऑफ मार्क को कम करने के लिए हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी. बीते दिनों हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में परीक्षा नियामक प्राधिकारी और बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव को भर्ती जल्द कराने के लिए आवश्यक तैयारियां कराने के निर्देश दिए गए.
इस बार यूपी शिक्षक भर्ती लिखित परीक्षा में सामान्य और ओबीसी वर्ग को 45 फीसदी और एससी-एसटी को 40 फीसदी अंक पर उत्तीर्ण मानते हुए रिजल्ट जारी किया गया है. हाई कोर्ट के आदेश के बाद शासनादेश जारी कर इन पासिंग मार्क्स में संशोधन कर दिया गया था. जिसे लेकर छात्रों ने लखनऊ में विरोध प्रदर्शन भी किया था. छात्रों की मांग थी कि सरकार इस शासनादेश के खिलाफ हाईकोर्ट में आपत्ति लगाए.
आपको बता दें कि बेसिक शिक्षा परिषद में शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त होने के बाद 1,37,000 शिक्षकों के पद रिक्त हो गए थे. बेसिक शिक्षा विभाग ने इन पदों पर दो चक्रों में भर्ती करने की योजना बनाई. इसी के मुताबिक 68,500 पदों पर भर्ती चल रही है. लेकिन इस भर्ती के लिए पदों के हिसाब से अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में पास नहीं हो पाए. केवल 41, 555 अभ्यर्थी ही भर्ती के योग्य हैं. लिहाजा, इसमें से बचे हुए 26,945 पद अगले 68,500 पदों में जोड़ दिए गए हैं. अब 95,445 पदों पर भर्ती होगी.
सूत्रों के मुताबिक, दिसंबर से पहले योगी सरकार नए सिरे से शिक्षकों की भर्ती निकालेगी, जिसमें सहायक अध्यापक के 95 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती निकाली जानी है. भर्ती के लिए नवंबर 2018 में टेट का रिजल्ट जारी कर भर्ती निकालने की तैयारी की जाएगी.
दरअसल, लोकसभा चुनाव के चलते प्रदेश सरकार कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती और चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले भर्ती की शुरुआत कर देना चाहती है. अभी तक यह भर्ती फरवरी 2019 में करने की योजना थी लेकिन 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भर्ती को दिसंबर से पहले करने पर विचार चल रहा है. आपको बता दें, हाल ही में सहायक अध्यापक के 68,500 पदों के लिए लिखित परीक्षा 27 मई को संपन्न हुई थी. ये योगी सरकार के कार्यकाल की पहली बड़ी भर्ती परीक्षा थी.
इसमें 41556 अभ्यर्थी परीक्षा में सफल घोषित किए गए हैं. परिणाम से स्पष्ट है कि इस भर्ती के 26944 पद खाली रह जाएंगे. जिसके लिए सरकार कट ऑफ मार्क को कम करने के लिए हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी. बीते दिनों हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में परीक्षा नियामक प्राधिकारी और बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव को भर्ती जल्द कराने के लिए आवश्यक तैयारियां कराने के निर्देश दिए गए.
इस बार यूपी शिक्षक भर्ती लिखित परीक्षा में सामान्य और ओबीसी वर्ग को 45 फीसदी और एससी-एसटी को 40 फीसदी अंक पर उत्तीर्ण मानते हुए रिजल्ट जारी किया गया है. हाई कोर्ट के आदेश के बाद शासनादेश जारी कर इन पासिंग मार्क्स में संशोधन कर दिया गया था. जिसे लेकर छात्रों ने लखनऊ में विरोध प्रदर्शन भी किया था. छात्रों की मांग थी कि सरकार इस शासनादेश के खिलाफ हाईकोर्ट में आपत्ति लगाए.
आपको बता दें कि बेसिक शिक्षा परिषद में शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त होने के बाद 1,37,000 शिक्षकों के पद रिक्त हो गए थे. बेसिक शिक्षा विभाग ने इन पदों पर दो चक्रों में भर्ती करने की योजना बनाई. इसी के मुताबिक 68,500 पदों पर भर्ती चल रही है. लेकिन इस भर्ती के लिए पदों के हिसाब से अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में पास नहीं हो पाए. केवल 41, 555 अभ्यर्थी ही भर्ती के योग्य हैं. लिहाजा, इसमें से बचे हुए 26,945 पद अगले 68,500 पदों में जोड़ दिए गए हैं. अब 95,445 पदों पर भर्ती होगी.