ये भर्तीयां नए सिरे से निकाली जाएंगी जिसमे 95,444 पदों पर सहायक अध्यापकों की तैनाती की जाएगी। बता दें कि यह भर्ती दिसंबर 2018 से पहले निकाले जाने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश के अंदर खाली चल रहे शिक्षकों के पदों पर लिखित परीक्षा हुई थी। सहायक अध्यापक के 68,500 पदों के लिए लिखित परीक्षा 27 मई को संपन्न हुई थी। बता दें कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद उसके कार्यकाल में एक पहली बड़ी भर्ती परीक्षा थी। इस परीक्षा में 41556 अभियर्थियों को परीक्षा में सफल घोषित किया गया था जो कि कुल खाली पदों से काफी कम था। यानी कि अभी भी इस भर्ती के 26944 पद खाली राह गए हैं। सराकर की योजना इन खाली पदों को जोड़ कर नई भर्ती निकालने की है।
मई 2018 में हुई लिखित परीक्षा में पासिंग मार्क्स में संशोधन करके सामान्य और ओबीसी को 45 फीसदी अंक पर उत्तीर्ण घोषित किया गया था वहीं एससी एसटी वर्ग के अभियर्थियों को 40 फीसदी अंक पर उतीर्ण घोषित किया गया। ये संसोधन हाईकोर्ट के आदेश के बाद किये गए थे।