टीजीटी-पीजीटी शिक्षक भर्ती मामले में सरकार की मुहिम नौकरियों के द्वार खोलने की, चयन बोर्ड ठप

इलाहाबाद : प्रदेश में युवाओं को खाली पदों पर नौकरी देने की सरकारी मुहिम तेज है, जबकि अशासकीय माध्यमिक स्कूलों में प्रवक्ता, स्नातक शिक्षक व प्रधानाचार्य के रिक्त पदों की भरपाई ठप है।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से पुरानी भर्तियों पर कार्यवाही शुरू होने की आस लगाए अभ्यर्थियों का सब्र भी जवाब देने लगा है।1माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से अभी टीजीटी भर्ती 2011 के दो विषयों सामाजिक विज्ञान व जीव विज्ञान की लिखित परीक्षा का परिणाम नहीं घोषित हो सका है। इन दोनों विषयों में करीब पांच सौ पदों पर भर्ती होनी है। इसी भर्ती की कई अन्य विषयों की लिखित परीक्षा हो चुकी है। सफल अभ्यर्थियों के साक्षात्कार की तारीखें नहीं घोषित हो सकी हैं।
तीन सदस्यीय कमेटी के निर्णय पर टिकी परीक्षा : टीजीटी-पीजीटी 2016 की लिखित परीक्षा के लिए तीन अफसरों की कमेटी के निर्णय पर सभी की निगाहें लगी हैं। शासन ने कमेटी अध्यक्ष यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव से एक माह में रिपोर्ट मांगी है। ज्ञात हो कि टीजीटी-पीजीटी 2016 के आठ विषयों के पद चयन बोर्ड ने 12 जुलाई को यह कहकर निरस्त कर दिया कि अब ये विषय ही स्कूलों में नहीं है। इस पर अब कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी।