सिद्धार्थनगर : जिले में फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी करने वाले
एसटीएफ के निशाने पर हैं। अब तक यहां 82 शिक्षक बर्खास्त किए जा चुके हैं।
इस सिलसिले में एसटीएफ ने शुक्रवार को बीएसएस कार्यालय में तैनात एक पटल
सहायक को उठा लिया है, जिसके समय में सर्वाधिक फर्जीवाड़ा हुआ है।
एसटीएफ की टीम दिन में करीब ग्यारह बजे बीएसए कार्यालय में तैनात बाबू धमेंद्र कुमार को पकड़कर अपने साथ ले गई। बोलेरो में ड्राइवर सहित चार लोग सवार थे। गाड़ी को सड़क मार्ग पर खड़ाकर दो सदस्य कार्यालय के अंदर गए। पकड़े गए बाबू के बारे में जानकारी ली, तो पता चला कि वह सड़क पर स्थित चाय की दुकान पर बैठे हैं। तेज कदमों से दोनों सदस्य बाहर निकले। इसी बीच उक्त बाबू एक अन्य व्यक्ति के साथ चाय पीकर लौट रहे थे। सदस्यों ने लौट रहे लोगों से धर्मेंद्र बाबू के बारे में पूछा। नाम बताते ही बाबू को सदस्यों ने पकड़ लिया। चर्चा यह भी है कि एक और बाबू की मौजूदगी के बारे में पूछा। बीएसए राम सिंह ने कहा कि बाबू के पकड़े जाने की जानकारी मिली है। वह किस मामले में पकड़े गए हैं इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
इन मामलों की चल रही जांच
शिक्षा विभाग में वर्ष 2016 में प्रदेश में भर्ती हुए 16448 शिक्षकों की भर्ती हुई थी। इसके अलावा पिछले साल प्रदेश में हुए 41460 शिक्षकों भी भर्ती प्रदेश में हुई। इन भर्तियों में दूसरे के दस्तावेजों के सहारे सैकड़ों लोगों ने फर्जी नौकरी हासिल कर ली। दूसरे जिलों में भी फर्जीवाड़ा किया है। बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जा चुका है। अभी कुछ और के फर्जी होने की संभावना है।
.....
फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे शिक्षकों की नियुक्ति कैसे हुई? इसकी जानकारी लेने के लिए बाबू को बुलाया गया है। जांच अंतिम चरण में है। जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।
सत्य प्रकाश सिंह, निरीक्षक एसटीएफ गोरखपुर
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एसटीएफ की टीम दिन में करीब ग्यारह बजे बीएसए कार्यालय में तैनात बाबू धमेंद्र कुमार को पकड़कर अपने साथ ले गई। बोलेरो में ड्राइवर सहित चार लोग सवार थे। गाड़ी को सड़क मार्ग पर खड़ाकर दो सदस्य कार्यालय के अंदर गए। पकड़े गए बाबू के बारे में जानकारी ली, तो पता चला कि वह सड़क पर स्थित चाय की दुकान पर बैठे हैं। तेज कदमों से दोनों सदस्य बाहर निकले। इसी बीच उक्त बाबू एक अन्य व्यक्ति के साथ चाय पीकर लौट रहे थे। सदस्यों ने लौट रहे लोगों से धर्मेंद्र बाबू के बारे में पूछा। नाम बताते ही बाबू को सदस्यों ने पकड़ लिया। चर्चा यह भी है कि एक और बाबू की मौजूदगी के बारे में पूछा। बीएसए राम सिंह ने कहा कि बाबू के पकड़े जाने की जानकारी मिली है। वह किस मामले में पकड़े गए हैं इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
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शिक्षा विभाग में वर्ष 2016 में प्रदेश में भर्ती हुए 16448 शिक्षकों की भर्ती हुई थी। इसके अलावा पिछले साल प्रदेश में हुए 41460 शिक्षकों भी भर्ती प्रदेश में हुई। इन भर्तियों में दूसरे के दस्तावेजों के सहारे सैकड़ों लोगों ने फर्जी नौकरी हासिल कर ली। दूसरे जिलों में भी फर्जीवाड़ा किया है। बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जा चुका है। अभी कुछ और के फर्जी होने की संभावना है।
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सत्य प्रकाश सिंह, निरीक्षक एसटीएफ गोरखपुर
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