प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की उदासीनता एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा-2018 के चयनितों पर भारी पड़ रही है। सैकड़ों चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति किसी न किसी विवाद में उलझी है। कला के अलावा सशर्त चयनितों का मामला अधर फंसा है।
यूपीपीएससी ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 के तहत 15 विषयों में 10,768 पद की भर्ती निकाली थी। दिसंबर-2019 तक 13 विषयों के तहत 7481 पद का परिणाम जारी किया गया। इसमें 4,243 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। सशर्त चयनितों की संख्या 926 है। इनकी फाइल आयोग निस्तारित नहीं करा पाया है। आयु सीमा अधिक होने के कारण 40, अनुसूचित जनजाति के प्रमाणपत्र का सत्यापन न होने के कारण लगभग 50 फाइलें रुकी हैं। इसके अलावा कला विषय में डिग्री विवाद का निस्तारण नहीं हुआ। आयोग ने कला विषय में अर्हता ललित कला से स्नातक व बीएड अथवा कला से बीए व बीएड तय की थी। लेकिन, 97 चयनित ऐसे हैं जिन्होंने ललित कला से स्नातक और बीएड नहीं किया। इनका मामला विचाराधीन है। इससे चयनितों को नियुक्ति नहीं मिल पा रही है। एलटी समर्थक मोर्चा के संयोजक विक्की खान का कहना है कि आयोग ने वादे के अनुरूप चयनितों का विवाद निस्तारित नहीं किया। यह स्थिति चिंताजनक है। आयोग सचिव जगदीश का कहना है कि इन मामलों का जल्द निस्तारण कराया जाएगा।