जासं, मैनपुरी: माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाएं अप्रैल से शुरू होंगी। तिथि का एलान होने के बाद परीक्षार्थी बेहतर तैयारी में जुट गए हैं तो शिक्षा विभाग केंद्रों की सूची को अंतिम रूप देने में जुटा है। केंद्रों की सूची एक-दो दिन में जारी हो जाएगी। इस बार की बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल और इंटर के 63 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे।
बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए तारीखों का बुधवार को एलान कर दिया है। इस बार वर्ष-2021 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं एक साथ 24 अप्रैल से प्रारंभ होंगी। हाईस्कूल की परीक्षा 10 मई को समाप्त होगी और इंटरमीडिएट की 12 मई को। जिले के 493 स्कूलों के परीक्षार्थी इसमें सहभागिता करेंगे। केंद्र तय करने का काम जारी
बोर्ड परीक्षा के लिए शिक्षा विभाग ने बीते माह सौ केंद्रों की अंतरिम सूची जारी की थी। इस पर आपत्ति मांगी गई तो संस्थागत और राजकीय स्कूलों ने केंद्र बनाने से इन्कार कर दिया, जबकि 80 के आसपास नए केंद्र बनाने और आपत्तियों के आवेदन आए। इसके बाद विभाग ने केंद्रों की जांच के लिए छह टीमें बनाई हैं। एक-दो दिन में केंद्रों की अंतिम सूची जारी होने की उम्मीद है। यह है बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या
इंटरमीडिएट
बालक, 17458
बालिका, 11828
कुल योग, 29286 हाईस्कूल
बालक, 20508
बालिका, 13613
कुल योग, 34121 कुल परीक्षार्थी 63407 चार चरणों में जांची जाएंगी सीबीएसई की उत्तरपुस्तिकाएं
जासं, मैनपुरी: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बोर्ड परीक्षा से पहले ही उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारी शुरू कर दी है। दसवीं और बारहवीं की उत्तरपुस्तिकाओं का एक बार मूल्यांकन के बाद उसे तीन बार क्रास चेक किया जाएगा। इसके लिए बोर्ड ने शिक्षकों की टीम बनाकर जांच कराने का फैसला लिया है। बोर्ड ने यह निर्णय अंकों के सत्यापन के लिए आने वाली शिकायतों को कम करने के लिए लिया है।
सीबीएसई की ओर से वर्ष 2021 की परीक्षा के बाद होने वाले मूल्यांकन में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गए हैं। परीक्षक की ओर से एक बार उत्तरपुस्तिकाएं जांचने के बाद दो अन्य परीक्षक इनको क्रास चेक करेंगे। दो परीक्षकों द्वारा की गई जांच के बाद कंप्यूटर पर अंकों का मिलान किया जाएगा।
सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर डा. राममोहन ने बताया कि बोर्ड की ओर से गलतियों को पूरी तरह से खत्म करने की तैयारी है। इसके लिए अबकी बार मूल्यांकन केंद्रों और परीक्षकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे शिक्षकों पर मूल्यांकन के दौरान दबाव कम होगा। बोर्ड की ओर से परीक्षकों को एक सत्र में 20 उत्तरपुस्तिकाएं ही जांचने के लिए दी जाएंगी।
सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं चार मई से शुरू हो रही हैं, बोर्ड की ओर से एक सप्ताह बाद उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू करने की तैयारी है। दसवीं की बोर्ड परीक्षा सात जून एवं बारहवीं की 11 जून को समाप्त होगीं, जुलाई के पहले सप्ताह तक परिणाम घोषित करने की तैयारी है। होगा फायदा-
उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में बदलाव से परीक्षार्थियों को भी फायदा होगा। इससे गलतियों पर पूरी तरह अंकुश लगेगा तो अंक भी सही मिलेंगे।