लखनऊ, जेएनएन। प्राइमरी स्कूलों में 69,000 शिक्षक भर्ती में पूर्णांक-प्राप्तांक में कुछ त्रुटियों की वजह से नियुक्त न पाने से नाराज अभ्यर्थियों का गुस्सा बुधवार को फूट पड़ा। अभ्यर्थी शाम को डालीबाग स्थित बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी के आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। अभ्यर्थियों का कहना था कि त्रुटि सुधार के लिए सरकार से शासनादेश जारी करने की मांग काफी दिनों से की जा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
दरअसल, 69,000 शिक्षक भर्ती में ऑनलाइन आवेदन करते समय कई अभ्यर्थियों ने प्राप्तांक अधिक और पूर्णांक कम भर दिए थे। चयन सूची में नाम आने के बाद इन्हें काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया। तभी इन त्रुटियों की वजह से अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया रोक दी गई। कई दिनों से बेसिक शिक्षा निदेशालय पर अपनी मांगों को लेकर विरोध दर्ज कराने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकाला तो बुधवार को अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास के सामने धरने पर बैठ गए। नियुक्ति की मांग पूरी न होने पर महिला अभ्यर्थी रोते हुए कहने लगीं कि सरकार से हम भीख नहीं अधिकार मांग रहे हैं। इतने अच्छे नंबर लेकर भी भटक रहे। एक शपथ लेकर मांग को क्यों नहीं पूरा किया जा रहा।
25 जिलों में दे दी नियुक्ति तो हमें क्यों नहीं
अमृता, प्रतिभा, रुचि, क्षमा, सुजाता सहित तमाम अभ्यर्थियों का कहना है कि छोटी मोटी त्रुटियों की वजह से अधिकारी नियुक्ति से वंचित रखे हैं। अभ्यर्थी विकास का आरोप है कि 25 जिलों में नियुक्ति पत्र देकर विद्यालय आवंटन भी कर दिया गया तो हमें क्यों रोका जा रहा। जबकि काउंसिलिंग भी हो चुकी है। धरने पर बैठे अभ्यर्थियों को पुलिस ने आश्वासन देकर शांत कराया।