आउटसोर्सिंग कर्मियों का 2325 रुपये तक मानदेय बढ़ा

लखनऊ : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग पर तैनात कर्मियों के मानदेय में पद के अनुसार अलग-अलग वृद्धि की गई है। अधिकतम 2325 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ द्वारा उच्च न्यायालय में इस मामले में वाद दायर किया गया था।


वार्ड ब्वाय व वार्ड आया को अभी तक 9,184 रुपये प्रति माह मानदेय मिलता था अब इसे बढ़ाकर 10,706 रुपये कर दिया गया है। यानी 1,522 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। कंप्यूटर सहायक कम रजिस्ट्रेशन क्लर्क का मानदेय 11,316 रुपये से बढ़ाकर 12,844 रुपये कर दिया गया है। कंप्यूटर सहायक के मानदेय में 1,528 रुपये की वृद्धि की गई है।

चपरासी व अर्दली का मानदेय 9,184 रुपये से बढ़ाकर 9,999 रुपये, सफाई कर्मियों का मानदेय 9,184 रुपये से बढ़ाकर 9,302 रुपये कर दिया गया है।

मल्टी परपस वर्कर व मल्टी टास्क वर्कर का मानदेय 9,184 रुपये से बढ़ाकर 11,509 रुपये कर दिया गया है। इनके मानदेय में सबसे ज्यादा 2,325 रुपये की वृद्धि हुई है। कुक का मानदेय 9,184 रुपये से बढ़ाकर 10,706 रुपये कर दिया गया है। यानी 1,522 रुपये की वृद्धि की गई है।

इसी तरह प्लंबर का मानदेय 10,102 रुपये से बढ़ाकर 11,177 रुपये कर दिया गया है। वाहन चालक का मानदेय 11,316 रुपये से बढ़ाकर 11,779 रुपये कर दिया गया है। मानदेय के अलावा ईपीएफ व ईएसआइ का भुगतान अलग से सरकार द्वारा किया जाएगा।