फर्जी कागजात से नौकरी पाने वाले एक दर्जन शिक्षक बर्खास्त

एक दर्जन फर्जी बीटीसी शिक्षक हुए बर्खास्त कार्रवाई टीईटी की मार्कशीट फर्जी पाए जाने पर गई नौकरी बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ दर्ज कराई जाएगी प्राथमिकी बलरामपुर |
हिन्दुस्तान संवाद प्राइमरी स्कूलों में तैनात एक दर्जन शिक्षकों का टीईटी अंकपत्र सत्यापन में फर्जी मिला है। बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी फर्जी पाए गए अध्यापकों को तत्काल बर्खास्त कर प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है। परिषदीय स्कूलों में फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। जिले में 16 हजार बीटीसी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में चयनित 12 अध्यापकों का शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सत्यापन में फर्जी प्रमाण पत्र पकड़े गए हैं।

यही नहीं इन सभी को विभाग ने अपना पक्ष रखने का कई बार अवसर दिया लेकिन किसी भी शिक्षक ने साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया। इस पर बीएसए ने शुक्रवार को सभी की सेवा समाप्त कर दी है। जिले के प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत 12 अध्यापकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। इनमें प्राथमिक विद्यालय पियरा ग्रंट में सहायक अध्यापक शमशेर बहादुर, प्रा.वि. प्रतापपुर पिपरा दुर्गानगर में महेन्द्र गौतम, प्रा.वि. पूरनपुर में दीपक कुमार, प्रा.वि. रजेहना के विपिन कुमार, प्रा.वि. रानीपुर के सतनाम सिंह, प्रा.वि. रौतारडीह के प्रियदर्शी कुमार, प्रा.वि. सदवापुर के प्रवेन्द्र कुमार, प्रा.वि. शेरगंज ग्रिंट में वंदना गौतम, प्रा.वि. टेढ़वा में स.अ. गुड़िया, प्रा.वि. बड़हराकोट सहायक अध्यापिका प्रियंका निगम, प्रा.वि. जोगीवीर में रेेनू देवी व विशुनापुर नवीन में सहायक अध्यापिका रश्मि शामिल हैं।
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