इलिया। प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ वाराणसी मंडल के अध्यक्ष भूपेंद्र कुमार
सिंह शिक्षामित्रों के प्रति विभागीय अधिकारियों के इस तरह की कार्यवाही पर
कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि शहाबगंज विकासखंड के विभिन्न
प्राथमिक विद्यालयों में बीते मंगलवार को क्रास चेकिंग के दौरान आकस्मिक अवकाश पर रहे शिक्षा मित्रों एवं शिक्षा प्रेरकों को अनुपस्थित दिखाकर उनके वेतन काटने जैसी कार्रवाई किया जाना अन्यायपूर्ण है। जिससे अवकाश पर रहे सहायक अध्यापकों, शिक्षामित्रों एवं शिक्षा प्रेरकों में विभागीय अधिकारियों के प्रति रोष व्याप्त है।
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को शहाबगंज विकासखंड के दर्जनों विद्यालयों में अधिकारियों ने औचक निरीक्षण कर शिक्षा के गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जांच पड़ताल किया। जिसमें सहायक अध्यापक, शिक्षा मित्र एवं शिक्षा प्रेरकों में 30 लोगों को मौके पर विद्यालय नहीं पाए जाने पर अनुपस्थित लगाकर उनके वेतन और मानदेय काटने की संस्तुति की गई। जबकि इस दौरान कई विद्यालयों के शिक्षा मित्र अपने प्रधानाध्यापकों को प्रार्थना पत्र देकर आकस्मिक अवकाश पर रहे। ऐसी स्थिति में दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई किए जाने से शिक्षा मित्रों एवं शिक्षा प्रेरकों में को मानसिक आघात पहुंचा है। प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ वाराणसी मंडल के अध्यक्ष भूपेंद्र कुमार सिंह शिक्षामित्रों के प्रति विभागीय अधिकारियों के इस तरह की कार्यवाही पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। जिसे संघ कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने तत्काल शिक्षामित्रों के अनुपस्थिति एवं मानदेय काटने की संस्तुति को वापस लिए जाने का मांग की है। इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि संबधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की कमी के चलते शिक्षामित्रों को वेतन काटने की संस्तुति की गई है। अगर कोई शिक्षामित्र, शिक्षा प्रेरक व सहायक अध्यापक प्रार्थना पत्र देकर आकस्मिक अवकाश पर रहा है तो वह तत्काल आपत्ति दाखिल करें। जिस पर जांच कर उनके अनुपस्थिति को रद्द किया जाएगा।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
प्राथमिक विद्यालयों में बीते मंगलवार को क्रास चेकिंग के दौरान आकस्मिक अवकाश पर रहे शिक्षा मित्रों एवं शिक्षा प्रेरकों को अनुपस्थित दिखाकर उनके वेतन काटने जैसी कार्रवाई किया जाना अन्यायपूर्ण है। जिससे अवकाश पर रहे सहायक अध्यापकों, शिक्षामित्रों एवं शिक्षा प्रेरकों में विभागीय अधिकारियों के प्रति रोष व्याप्त है।
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को शहाबगंज विकासखंड के दर्जनों विद्यालयों में अधिकारियों ने औचक निरीक्षण कर शिक्षा के गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जांच पड़ताल किया। जिसमें सहायक अध्यापक, शिक्षा मित्र एवं शिक्षा प्रेरकों में 30 लोगों को मौके पर विद्यालय नहीं पाए जाने पर अनुपस्थित लगाकर उनके वेतन और मानदेय काटने की संस्तुति की गई। जबकि इस दौरान कई विद्यालयों के शिक्षा मित्र अपने प्रधानाध्यापकों को प्रार्थना पत्र देकर आकस्मिक अवकाश पर रहे। ऐसी स्थिति में दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई किए जाने से शिक्षा मित्रों एवं शिक्षा प्रेरकों में को मानसिक आघात पहुंचा है। प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ वाराणसी मंडल के अध्यक्ष भूपेंद्र कुमार सिंह शिक्षामित्रों के प्रति विभागीय अधिकारियों के इस तरह की कार्यवाही पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। जिसे संघ कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने तत्काल शिक्षामित्रों के अनुपस्थिति एवं मानदेय काटने की संस्तुति को वापस लिए जाने का मांग की है। इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि संबधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की कमी के चलते शिक्षामित्रों को वेतन काटने की संस्तुति की गई है। अगर कोई शिक्षामित्र, शिक्षा प्रेरक व सहायक अध्यापक प्रार्थना पत्र देकर आकस्मिक अवकाश पर रहा है तो वह तत्काल आपत्ति दाखिल करें। जिस पर जांच कर उनके अनुपस्थिति को रद्द किया जाएगा।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines