प्रदेश के 36 निगमों के सवा लाख कर्मचारियों की आज हड़ताल, लेखपालों पर हुआ लाठीचार्ज

लखनऊ. राज्‍य निगम कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर यूपी के 36 निगमों के सवा लाख कर्मचारी मंगलवार को हड़ताल पर हैं। शहर में 22 निगम कार्यालयों के 55 हजार कर्मचारी इसका समर्थन कर रहे हैं।
इस दौरान विधानसभा का घेराव करने गए लेखपालों पर लाठीचार्ज हुआ। वहां अफरातफरी मच गई।
राज्य निगम कर्मचारी महासंघ धरना प्रदर्शन

- राज्य निगम कर्मचारी महासंघ के अाह्वान पर सार्वजनिक क्षेत्र के निगम कर्मचारी 30 अगस्त को विरोध दिवस मना रहे हैं।
- विरोध दिवस पर जहां वो कार्य बहिष्कार करेंगे। वहीं, मुख्यालय और कार्यस्थलों पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
- कर्मचारी 12 सूत्रीय मागों को पूरा करने की सरकार से मांग कर रहे हैं।
- कर्मचारियों की मांग है कि 8 निगमों ऐसे हैं, जहां अभी तक चौथा वेतनमान लागू नहीं हुआ है।
- वहींं, 2 निगमों में कर्मचारी पांचवेंं वेतनमान में काम करने को मजबूर है।
- 7 निगमों के कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु 60 साल नहींं है, जिसे किया जाए।
- ऐसे में इन वेतन विसंगतियों को दूर करके निगम के कर्मचारियों की मांंगों को पूरा किया जाए।
- कर्मचारी नेता गिरीश का कहना है कि हम पहले भी धरना प्रदर्शन कर चुके है और अब फिर से कल हम कार्य बहिष्कार करके धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं।
- इसके साथ हम कल इस बात की भी घोषणा करेंगे कि हमारा अगला कदम क्या होगा।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल

- मानदेय बढ़ाने और राज्य कर्मचारी का दर्जा देने समेत कई मागों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले दिनों आंदोलन कर रहे थे।
- हालांकि, अश्वासन मिलने के बाद कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया था, लेकिन अब फिर से कार्यकर्ता आंदोलन कर रहे हैं।
- ऐसे में अब कार्यकर्ताओं ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि मांगेंं पूरी नहीं होने पर दो सितंबर से फिर हड़ताल करेंगे।
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं 18000 रुपए प्रतिमाह और सहायिकाओं को नौ हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय देने की भी मांग कर रहे हैं।
- माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा ने भी चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही शासनादेश जारी नहीं हुआ तो सैकड़ों शिक्षक और पदाधिकारी अनशन में शामिल होंगे।
- वहीं, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्स समिति ने भी एलान किया है कि वो अपनी मांंगों को लेकर 2 सितंबर के कार्य बहिष्कार करेंगे।
29 हजार लेखपाल हड़ताल में शामि‍ल
- यूपी लेखपाल संघ के कोषाध्यक्ष विनोद कश्यप का कहना है कि पूरे प्रदेश के लेखपाल कर्मचारी राजधानी में जुटेंगे।
- लेखपाल 2005 से पूर्व की वेतन विसंगति दूर का पेंशन विनियमित करने की मांग कर रहे हैंं।
- उनकी ये भी मांग है कि 2005 के बाद भर्ती लेखपालोंं को भी पेंशन के दायरे में लाया जाए। 
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