इलाहाबाद वरिष्ठ संवाददाता जिले में सरकारी प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापकों के प्रमोशन का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश के कई जिलों में जहां 2013 तक नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों को पदोन्नति मिल चुकी है वहीं इलाहाबाद में दो मई 2009 के बाद नियुक्त शिक्षकों का प्रमोशन नहीं हो सका है।
यह स्थिति तब है जबकि सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा नियुक्ति के तीन वर्ष पूरा कर चुके शिक्षकों के प्रमोशन के लिए कई बार बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दे चुके हैं। प्रमोशन नहीं होने से शिक्षकों को हर महीने साढ़े चार से पांच हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। जिले में वर्तमान में प्राथमिक के प्रधानाध्यापक और जूनियर के सहायक अध्यापक के तकरीबन 1400 पद खाली हैं। पिछले साल 384 सहायक अध्यापकों का प्रमोशन हुआ था जिसमें 200 शिक्षकों ने ही प्राथमिक के प्रधानाध्यापक पद पर ज्वाइन किया था।
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यह स्थिति तब है जबकि सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा नियुक्ति के तीन वर्ष पूरा कर चुके शिक्षकों के प्रमोशन के लिए कई बार बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दे चुके हैं। प्रमोशन नहीं होने से शिक्षकों को हर महीने साढ़े चार से पांच हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। जिले में वर्तमान में प्राथमिक के प्रधानाध्यापक और जूनियर के सहायक अध्यापक के तकरीबन 1400 पद खाली हैं। पिछले साल 384 सहायक अध्यापकों का प्रमोशन हुआ था जिसमें 200 शिक्षकों ने ही प्राथमिक के प्रधानाध्यापक पद पर ज्वाइन किया था।
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