फर्जी डिग्री के दम पर शिक्षक बनने वालों शिक्षक नहीं दे रहे बीएड की अंकतालिका

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: बीएड की फर्जी डिग्री के दम पर शिक्षक बनने वालों की पहचान की जा रही है। लेकिन इस प्रक्रिया में रोज नए मोड़ सामने आ रहे हैं।
अब शिक्षक अपनी बीएड की अंकतालिकाएं न देकर पहचान में रोड़ा अटकाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन विभाग ने ऐसे शिक्षकों को संदिग्ध मानते हुए अब इन शिक्षकों पर निशाना साधने की तैयारी कर ली है।

डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के नाम से बीएड की फर्जी डिग्रियों के दम पर जिले में शिक्षक बनने वालों की संख्या लगभग एक सैकड़ा पर पहुंच गई है। लेकिन अभी भी कुछ शिक्षक ऐसे हैं जो इस जांच से बचने के लिए सभी हथकंडे अपना रहे हैं। शासन द्वारा भेजी गई फर्जी डिग्रीधारकों की सूची का जिले में हुई शिक्षक भर्तियों से मिलान किया जा रहा है। लेकिन इस दौरान अभिलेखों के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते बीएसए विजय प्रताप ¨सह ने सभी शिक्षकों से उनके अभिलेख जमा कराने के लिए कहा था। लेकिन एक सप्ताह का समय बीतने के बाद भी अब तक दो दर्जन से अधिक शिक्षकों ने अपने अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए हैं। इन शिक्षकों से जब संपर्क करने की कोशिश की गई तो भी इनके द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। ऐसे में विभाग का शक अभिलेख जमा न कराने वाले शिक्षकों पर गहरा गया है। बीएसए विजय प्रताप ¨सह ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को अभिलेख उपलब्ध न कराने वाले शिक्षकों का वेतन रोकने के आदेश जारी किए हैं।
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