इलाहाबाद (जेएनएऩ)। बेसिक शिक्षा परिषद के सहायक अध्यापकों की लिखित
परीक्षा के पाठ्यक्रम में अब संस्कृत भाषा भी शामिल हो गई है। परीक्षा
नियामक प्राधिकारी सचिव ने पिछले माह संशोधित प्रस्ताव में इसे शामिल किया
था। 'दैनिक जागरण ने प्रस्ताव में बदलाव की खबर भी दी थी।
परीक्षा में अब अभ्यर्थी हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही संस्कृत भाषा को भी विकल्प के चुन सकते हैं।
परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों की लिखित परीक्षा का विज्ञापन जल्द ही जारी होने को है। इसका प्रस्ताव पहले ही भेजा जा चुका है, वहीं बेसिक शिक्षा परिषद ने परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों का पाठ्यक्रम जारी किया था। उसमें भाषा में अंग्रेजी व हिंदी शामिल थी, लेकिन बाद में शासन को भेजे संशोधित प्रस्ताव में संस्कृत को भी जोड़ा गया था। हाल में ही जारी परीक्षा के नए पाठ्यक्रम में संस्कृत को शामिल कर लिया गया है। अभ्यर्थियों का कहना था कि जिन्होंने संस्कृत में इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की है उसका परीक्षा उत्तीर्ण करना कठिन होगा। अब बदलाव होने से परीक्षार्थियों को काफी सहूलियत मिलेगी। परीक्षा में व्याकरण, अपठित गद्यांश व गद्यांश के प्रश्न पूछे जाएंगे।
इसके अलावा विज्ञान, गणित, पर्यावरण एवं सामाजिक अध्ययन, शिक्षण कौशल, बाल मनोविज्ञान, सामान्य ज्ञान व सम सामयिक घटनाएं, तार्किक ज्ञान, सूचना तकनीक और जीवन कौशल प्रबंधन एवं अभिव्यक्ति से जुड़े अति लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, पर्यावरण एवं सामाजिक अध्ययन के प्रश्न इंटरमीडिएट स्तर के होंगे, जबकि बाकी सवाल डीएलएड पाठ्यक्रम स्तर के रखे गए हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने इसमें उर्दू को भी शामिल करने की मांग की है। हालांकि यह मांग अब पूरा होना संभव नहीं है, क्योंकि भर्ती की लिखित परीक्षा का विज्ञापन किसी भी दिन जारी हो सकता है।
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परीक्षा में अब अभ्यर्थी हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही संस्कृत भाषा को भी विकल्प के चुन सकते हैं।
परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों की लिखित परीक्षा का विज्ञापन जल्द ही जारी होने को है। इसका प्रस्ताव पहले ही भेजा जा चुका है, वहीं बेसिक शिक्षा परिषद ने परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों का पाठ्यक्रम जारी किया था। उसमें भाषा में अंग्रेजी व हिंदी शामिल थी, लेकिन बाद में शासन को भेजे संशोधित प्रस्ताव में संस्कृत को भी जोड़ा गया था। हाल में ही जारी परीक्षा के नए पाठ्यक्रम में संस्कृत को शामिल कर लिया गया है। अभ्यर्थियों का कहना था कि जिन्होंने संस्कृत में इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की है उसका परीक्षा उत्तीर्ण करना कठिन होगा। अब बदलाव होने से परीक्षार्थियों को काफी सहूलियत मिलेगी। परीक्षा में व्याकरण, अपठित गद्यांश व गद्यांश के प्रश्न पूछे जाएंगे।
इसके अलावा विज्ञान, गणित, पर्यावरण एवं सामाजिक अध्ययन, शिक्षण कौशल, बाल मनोविज्ञान, सामान्य ज्ञान व सम सामयिक घटनाएं, तार्किक ज्ञान, सूचना तकनीक और जीवन कौशल प्रबंधन एवं अभिव्यक्ति से जुड़े अति लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, पर्यावरण एवं सामाजिक अध्ययन के प्रश्न इंटरमीडिएट स्तर के होंगे, जबकि बाकी सवाल डीएलएड पाठ्यक्रम स्तर के रखे गए हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने इसमें उर्दू को भी शामिल करने की मांग की है। हालांकि यह मांग अब पूरा होना संभव नहीं है, क्योंकि भर्ती की लिखित परीक्षा का विज्ञापन किसी भी दिन जारी हो सकता है।
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