मूल विद्यालय भेजने के विरोध में उतरे शिक्षामित्र

जागरण संवाददाता, बांदा: सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त होने के बाद शिक्षामित्रों को विभाग मूल विद्यालय में भेजने का मन बना रहा है। लेकिन कुछ शिक्षक मूल विद्यालय में भेजने का विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को एक दर्जन से अधिक शिक्षामित्रों ने बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौपकर मूल विद्यालय न भेजने की मांग की है।
ज्ञात हो सरकार के आदेश पर जिले में करीब 750 शिक्षामित्रों को समायोजित कर सहायक अध्यापक बनाकर विभाग ने मूल विद्यालय से हटाकर उन्हें अन्य विद्यालयों में स्थानान्तरित कर दिया था। लेकिन 25 जुलाई के सुप्रीम कोर्ट द्वारा समायोजन रद्द करने के बाद से शिक्षामित्र सरकार से अनवरत मूल विद्यालय में भेजे जाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि सरकार ने शिक्षामित्रों का मानदेय 10 हजार रुपये कर दिया है। ऐसे में इनके लिए अपने घर से 50 से 70 किलो मीटर दूर समायोजित विद्यालय में आने-जाने खासा खर्च उठाना पड़ रहा है। प्रतिमाह उनका सिर्फ किराए में तीन से चार हजार खर्च हो रहा है। विभाग ने शिक्षामित्रों की मांग को जायज मानते हुए मूल विद्यालय में तैनाती का मन बनाया है। लेकिन कुछ शिक्षक मूल विद्यालय में जाने को तैयार नहीं है। गुरुवार को एक दर्जन से अधिक शिक्षामित्रों ने बीएसए को ज्ञापन सौ़पकर मूल विद्यालय न भेजे जाने की मांग की है। इस मौके पर सीमा देवी, शैलेंद्री, सीताबाई, गीतारानी, हेमलता, सुषमा, रागिनी ¨सह, शैलजा ¨सह आदि मौजूद रहीं।
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