◼️ 12460 भर्ती में बी॰टी॰सी॰ 2013 बैच के अभ्यर्थीयों के क्वॉलिटी पोईंट मार्क्स निर्धारित करने के तरीक़े को BTC 2012 बैच तथा BTC 2013 बैच (A ग्रेड) के कुछ प्रशिक्षुओं द्वारा चुनौती दी गयी जिसपर आज कोर्ट नम्बर 58 में सुनवाई हुई।
◼️ याचिओं की ओर से अधिवक्ता अशोक खरे जी ने निम्नलिखित तथ्यों पर बहस की..
🔸 सर्वप्रथम न्यायालय को गाइडलाइन का 9(क) दिखाकर बताया गया कि अध्यापक सेवा नियमावली में #डिविज़न के आधार पर क्वॉलिटी पोईंट मार्क्स दिए जाने का प्रावधान है।
🔸 तत्पश्चात खरे साहब द्वारा 13 बैच के विषय में बताते हुए कहा गया कि इनकी मार्क्सशीट पर डिविज़न की जगह ग्रेड दिए जाने का प्रावधान है।
🔸 इसके बाद ग्रेडिंग में सिंगल बेंच द्वारा दिए गए आदेश के विषय बताया गया, और फिर डबल बेंच द्वारा स्पेशल अपील 365/2017 में दिए गए आदेश के ऑपरेटिंग भाग को न्यायालय को दिखाते हुए कहा गया कि आदेश में स्पष्ट तौर पर लिखा हुआ है कि सरकार यह बताए कि वह किस नियम अथवा मेथॉडॉलॉजी के आधार पर BTC 2013 बैच को क्वॉलिटी पोईंट मार्क्स प्रदान करेगी।
🔸 अंत में खरे साहब द्वारा आज की बहस इस ऑर्ग्युमेंट के साथ ख़त्म की गयी कि सरकार ने डबल बेंच द्वारा दिए गए आदेश की अवहेलना की तथा स्पष्ट रूप से कहीं भी 2013 बैच को क्वॉलिटी पोईंट मार्क्स दिए जाने की मेथॉडॉलॉजी नही बतायी।
◼️ जज साहब ने सरकारी अधिवक्ता से पूछा कि क्यूँ आपने 2013 बैच को क्वॉलिटी पोईंट मार्क्स दिए जाने की मेथॉडॉलॉजी नही बतायी जबकि न्यायालय ने आपको आदेश दिया है.. इसके जवाब में सरकारी अधिवक्ता के पास कुछ नही था इसलिए उनकी ओर से इन्स्ट्रक्शन के लिए समय की माँग की गयी जिसके फलस्वरूप कोर्ट ने सोमवार की डेट लगाते हुए सरकार से इन्स्ट्रक्शन माँगे हैं।
◼️ इसके बाद वरिष्ठ अधिवक्ता श्री एम॰डी॰ शेखर साहब ने 2013 बैच की ओर से बहस करने की मंशा ज़ाहिर की जिसपर जज साहब ने कहा कि आज हम कोई इंटरिम ऑर्डर नही दे रहे हैं, इसलिए आपको बहस का पूरा मौक़ा सोमवार को दिया जाएगा। इसके बाद शेखर साहब ने न्यायालय का सम्मान करते हुए छोटे-छोटे बिंदुओ में अपनी बात ख़त्म की।
◼️ अब गेंद सरकार के पाले में है, सरकार को लिखित दस्तावेज़ों के आधार पर यह बताना होगा कि उनकी तरफ़ से क्या मेथॉडॉलॉजी अपना गयी है।
◼️ अब सोमवार को इस विषय पर विस्तृत सुनवाई होगी।
धन्यवाद।
#कुलदीप_सिंह_एंड_टीम
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