इलाहाबाद : का सामना कर रहे पीसीएस 2015 के चयनितों में अब टॉपर भी
शामिल हो गए हैं। प्रदेश में तैनात रहे एक बड़े अधिकारी के बेटे को समन
भेजकर सीबीआइ ने इसके संकेत दिए हैं। एक दो दिनों में उनसे पूछताछ हो सकती
है।
वहीं, इलाहाबाद स्थित कैंप कार्यालय में गुरुवार को भी कई चयनितों से
पूछताछ की गई। साथ ही आयोग कार्यालय में भी सीबीआइ की ओर से विभिन्न
जानकारियां जुटाने का सिलसिला जारी है।
सीबीआइ ने पीसीएस 2015 परीक्षा में अब तक जो खामियां पकड़ी हैं, उसकी जद
में परीक्षा के टॉपर तक आ गए हैं, संकेत हैं कि एक विशेष जाति के आधार पर
बेजा लाभ देने पर उन पर संदेह हुआ है। शीर्ष सूची में शामिल ऐसे कई चयनितों
के बारे में जानकारी जुटाई जा चुकी है। जिनमें अभी एक चयनित को समन भेजकर
उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उधर, गुरुवार को सीबीआइ ने पूछताछ के लिए
10 चयनितों को बुलाया था, लेकिन सात पीसीएस अफसर ही आए। इनसे सीबीआइ के
अलग-अलग अधिकारियों ने पूछताछ की। भर्तियों में गड़बड़ी के रिकार्ड पहले से
लेकर बैठे सीबीआइ अफसरों के सामने पीसीएस 2015 के चयनितों से जवाब देते
नहीं बना। प्रारंभिक परीक्षा से लेकर साक्षात्कार तक आयोग में किससे संपर्क
में रहे, आयोग में कौन अधिकारी या कर्मचारी रिश्तेदार, पारिवारिक
पृष्ठभूमि सहित कई अन्य सवाल पूछे गए। सूत्र बताते हैं कि जिस समय पीसीएस
अफसर कैंप कार्यालय पहुंचे तो उनमें आत्म विश्वास था और सीबीआइ का सामना
करने के बाद लौटे तो चेहरे की रंगत उड़ी हुई थी।
सीबीआइ के सूत्रों का कहना है कि अभी पूछताछ ही होगी। जिससे संदेह को दूर
किया जा सके कि वास्तव में उसके चयन में कोई अनुचित तरीके का इस्तेमाल किया
गया है या नहीं। एक बड़े अधिकारी के बेटे को समन भेजे जाने की बात पर
सीबीआइ अफसरों ने जांच की गोपनीयता का हवाला देकर नाम उजागर नहीं किया है।
