परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के अंतर जिला तबादलों पर ऊहापोह स्थिति बरकरार, अफसर मौन: आपत्तियों के चलते नहीं जारी हो पा रही सूची

इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की अंतर जिला तबादला सूची जारी होने का इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा है। ऑनलाइन आवेदन के बाद शिक्षकों की आपत्तियां निस्तारण का कार्य भी शुक्रवार को पूरा हो रहा है, लेकिन तबादला सूची कब तक जारी होगी। यह अभी तय नहीं है।
अफसर इस मामले में बोलने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि जिस तरह से बड़े अधिकारियों के निर्देश पर तबादला प्रक्रिया अनमने ढंग से चली है, अब उन्हीं का निर्देश मिलने पर अंतिम सूची जारी होगी। 1बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक अंतर जिला तबादले की राह लंबे समय से देख रहे हैं। इसका शासनादेश जारी होने के दस माह बाद भी तबादला आदेश घोषित नहीं हो पा रहा है। अंतर जिला तबादले का लाभ पाने वाले शिक्षक की वरिष्ठता शून्य होगी और सामान्य शिक्षक को पांच साल की सेवा अवधि भी पूरी करनी है। इन बाध्यताओं के बाद भी प्रदेश भर के 37 हजार से अधिक शिक्षकों ने दावेदारी की थी। महिला शिक्षकों को पति के निवास स्थान या ससुराल वाले जिले में जाने के लिए सेवा अवधि पूरा करने से छूट मिली है। यही छूट गंभीर रूप से रोगी पुरुष व अविवाहित शिक्षिकाएं भी मांग रही हैं। उनका प्रकरण अभी कोर्ट में लंबित है, उन्हें भी राहत मिलती तो दावेदारों की संख्या और अधिक होती। दो चरणों में ऑनलाइन आवेदन लेने के बाद बीएसए ने काउंसिलिंग व अभिलेख सत्यापन में सात हजार से अधिक के आवेदन निरस्त कर दिए। बाकी आवेदनों पर आपत्तियां ली गईं, जिनके निस्तारण का कार्य शुक्रवार को पूरा हो रहा है। नियमानुसार अब तबादला आदेश जारी होना चाहिए, लेकिन अफसर इस संबंध में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं।