कार्यमुक्त किए जाएंगे एमडीएम (मिड-डे मील) प्रभारी, प्राथमिकता होंगी शिक्षण

इलाहाबाद : प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को शिक्षण एवं शिक्षणोत्तर कार्यो को बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करना होगा। अब उनसे विद्यालय के बाहर से मिडडे मील (मध्यान्ह) संबंधी कार्य नहीं लिया जा सकेगा।
विकास खंडों में कार्यरत एडीएम प्रभारियों को तत्काल मुक्त कर उन्हें शिक्षण के मूलपदों पर वापस जाने का भी आदेश हो गया है। शिक्षकों से विद्यालय के बाहर ‘एमडीएम’ संबंधी कार्य लेने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सीधी कार्यवाही की जाएगी।
सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक इलाहाबाद मंडल रमेश कुमार तिवारी ने कहा कि मध्यान्ह भोजन के लिए मंडल के सभी विद्यालयों में प्रकोष्ठ की स्थापना कर दी गई है। जिला स्तर पर मिड डे मील समन्वयक नियुक्ति हैं। विकासखंड स्तर पर योजना का संचालन विकास खंड अधिकारियों के माध्यम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि विकास खंड स्तर पर ‘एमडीएम’ का कार्य देखने वाले अध्यापक दिन भर बीआरसी में बैठे रहते हैं, शिक्षक कार्य नहीं करते हैं। नवीन नामांकन के लिए स्कूल चलो अभियान की रैलियां निकाली जा रही हैं। इन कार्यो के लिए शिक्षकों को विद्यालय में रहना आवश्यक है। विकास खंड में कार्यरत एमडीएम प्रभारियों को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त किया गया है। किसी भी अध्यापक से एमडीएम का कार्य न लिया जाए जो भी अध्यापक विकास खंडों में ‘एमडीएम’ प्रभारियों के रूप में कार्यरत हैं उन्हें तत्काल कार्यमुक्त कर दिया जाए। अध्यापक अपने अपने विद्यालय में शिक्षण कार्य करेंगे। अगर ऐसे मामले संज्ञान में आते हैं कि ‘एमडीएम’ संबंधी कोई कार्य कराया जा रहा है तो ऐसे अध्यापक के निलंबन की संस्तुति दी जाएगी। जनपद तथा विकास खंड स्तर पर अधिकारियों को भी उत्तरदायी ठहराया जाएगा।