रायबरेली। करीब एक साल से लटकी बीटीसी 12460 शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया फिर
से शुरू कर दी गई है। इसके लिए सोमवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण
संस्थान (डायट) में अभ्यर्थियों के अभिलेखों का पुन: परीक्षण कराया गया।
इसके लिए 449 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिसमें 405 अभ्यर्थी उपस्थिति
हुए।
पूरे दिन चली प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए पांच टीमें बनाई गई थीं,
जिन्होंने अलग-अलग वर्ग के अभ्यर्थियों के अभिलेखों का परीक्षण किया।
बीटीसी प्रवीणताधारी एवं शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के
लिए दिसंबर 2016 में बेसिक शिक्षा विभाग में 12460 सहायक अध्यापक की भर्ती
का शासनादेश निर्गत हुआ था, जिसकी काउंसलिंग 18 से 20 मार्च 2017 में पूरी
करा ली गई थी। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई थी। शासन के निर्देश पर
भर्ती प्रक्रिया फिर शुरू कराई गई तो डायट प्राचार्य रेखा दिवाकर के
निर्देशन और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार शुक्ला के नेतृत्व में
अभ्यर्थियों के अभिलेखों का परीक्षण कराया गया। खंड शिक्षा अधिकारियों
वीरेंद्र कुमार कनौजिया, अखिलानंद राय, रमेश चौधरी, विश्वनाथ प्रजापति तथा
अजीत प्रताप की अगुवाई में बनी टीमों ने सामान्य, विशेष आरक्षण, अन्य
पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति जनजाति जैसे वर्गों के लिए अलग-अलग कमरों में
अभिलेखों का परीक्षण किया।
बुलाए गए 449 अभ्यर्थियों में से 405
अभ्यर्थियों ने अपने अभिलेखों का परीक्षण कराया। इसमें अनुराधा, इंदीवर,
आशीष, रजनीश, पंकज आदि ने भी सहयोग किया। लटकी भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने
के लिए सालभर से संघर्ष कर रहे बीटीसी 12460 शिक्षक भर्ती संघ के
पदाधिकारियों का कहना है कि लंबी लड़ाई के बाद सफलता मिली तो भर्ती
प्रक्रिया शुरू की गई। उधर, बीएसए संजय कुमार शुक्ला का कहना है कि जो
अभ्यर्थी उपस्थित नहीं हुए हैं, उनके अभ्यर्थन पर अब विचार नहीं किया
जाएगा।