अवकाश पर रहे 52 शिक्षकों पर कार्रवाई से उबाल

फैजाबाद : गत दिनों जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार के निर्देश पर परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। ये निरीक्षण कई चक्र में हुआ। इस दौरान कई ऐसे शिक्षक अनुपस्थित घोषित हो गए जो अवकाश पर थे। इनकी संख्या कुल 52 बताई गई।
इसी सूची को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी शुक्रवार को बीएसए से मिले और अवकाश पर रहने वाले शिक्षकों को कार्रवाई से मुक्त करने की मांग की। इसी मामले में पहले शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिल चुका है। बीएसए अमिता ¨सह ने किसी भी निर्देश पर कार्रवाई न किए जाने का भरोसा दिया। इसी सिलसिले में प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी, मंत्री अजीत ¨सह ने बीएसए को मांगपत्र सौंपा। नीलमणि ने कहा कि कोई भी निर्दोष शिक्षक पर कार्रवाई बर्दास्त नहीं की जाएगी।

52 शिक्षकों की सूची में सर्वाधिक 38 शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर बताए गए। बताया जाता है कि अधिकांश शिक्षक आकस्मिक अवकाश लेकर लखनऊ में आयोजित धरना-प्रदर्शन में प्रतिभाग करने गए थे। ये धरना प्रांतीय नेतृत्व की अगुवाई में हुआ था। इसी वजह से शिक्षकों में आक्रोश है। दूसरी ओर एक शिक्षिका प्रसूति अवकाश पर थी उसे भी गैरहाजिर कर दिया गया। चिकित्सीय अवकाश पर रहने वाले पांच शिक्षकों भी कार्रवाई की जद में है। इतनी भारी तादाद में गलत कार्रवाई जहां छापेमारी में शामिल अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं निर्दोष शिक्षक भी विचलित हो गए हैं। ----------------------
निरीक्षण नहीं फिर भी कार्रवाई
-बीएसए को सौंपी गई सूची में एक विद्यालय का नाम ऐसा भी है, जहां निरीक्षणकर्ता नहीं पहुंचा और सभी तैनात शिक्षकों का वेतन काटने का निर्देश दिया। ये विद्यालय मवई शिक्षा क्षेत्र का पूर्व माध्यमिक विद्यालय नौरोजपुर बघेड़ी बताया गया।

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बिना सवाल किए खराब शैक्षणिक गुणवत्ता की रिपोर्ट
-मसौधा शिक्षा क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय व पूर्व माध्यमिक विद्यालय गंजा, प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर माफी व पूर्व माध्यमिक विद्यालय पलियागोवा में निरीक्षणकर्ता गए पर क्लास से दूर रहे, पर रिपोर्ट में बता दिया कि इनकी शैक्षणिक गुणवत्ता खराब है। ------------------------
खातिरदारी के बाद भी सजा

-अमानीगंज ब्लॉक में दो विद्यालय ऐसे मिले सामने आए हैं। जहां निरीक्षणकर्ता की खातिरदारी मौजूद शिक्षकों ने की। बावजूद इसके, एक शिक्षक कार्रवाई की जद में आ गए। शिक्षक के प्रत्यावेदन के साथ ही बीएसए को संदर्भ से अवगत कराया गया।