हिमांशु राणा : मा० सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आरक्षण पर creamy layer के लिए प्रश्न पूछा गया ?

मा० सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आरक्षण पर creamy layer के लिए प्रश्न पूछा गया ?
ये प्रकरण 2008 में भी उठा था कि creamy layer को छाँटिये लेकिन असलियत क्या है इसके पीछे सताएँ ही कुछ नहीं चाहती हैं |

भाजपा :-
1979 में तत्कालीन एम०पी० बीपी मंडल के द्वारा मण्डल कमीशन में बताया गया कि देश की 52% जाती पिछड़ी हैं जिनमे 3743 castes हैं इसलिए उनको बराबरी पर लाने के लिए ये कोड सामान्य जाति को देना आवश्यक है ख़ैर माँड़ा के राजा वीपी सिंह ने खेल खेला भाजपा बाहरी तरफ़ से समर्थन दी और राजीव गोस्वामी जैसा बलि चढ़ गया लेकिन किसी forward के मिनिस्टर को फ़र्क़ तक नहीं पड़ा |
फिर मा० अटल जी आए प्रमोशन में आरक्षण लेकर लेकिन मा० सर्वोच्च न्यायालय ने कह दिया कि एक काम करो forward के बच्चों को आतंकवादी बना दो क्योंकि वहाँ आरक्षण की ज़रूरत नहीं है case जीते आज के कांग्रेसी नेता के पिता एम०एल० सिंघवी साहब तब ये creamylayer का मुद्दा उठा था |
भाजपा आज भी उसी दिशा पर है और आपको और हमें हिंदू मुस्लिम में लगाकर प्रोमोशन के विरोध को लेकर ऐसे कांपती है जैसे इनकी चवन्नी खो गई हो |
राजनाथ सिंह अधिवक्ता Anil Singh Bishen भैया की याचिका पर खेल गए थे लेकिन फिर औक़ात पर आकर गोलमोल कर गए सब |
एक सवाल बस जो Olympic में medal ला रहे हैं उन्हें कितना आरक्षण मिल रहा हैं ?
कुछ नहीं सब मिथ्या है क़ायदे से उनके फ़ोटो निकालकर Olympic के लिए भेजने चाहिए थे जो sc/st act के दौरान सड़कों पर अपनी प्रतिभा दिखाए थे बाक़ी बात रही मोदी की तो भारत की जनता के पास विकल्प नहीं छोड़ा है माननीय ने |
आरक्षण का असली दर्द वे जोड़े जानते हैं जो इसका शिकार हो रहे हैं क़सम भगवान की उनसे refrendom करा लो unanimously हटाने को कहेंगे | 😁😁😁😁😁
#हिमांशु_राणा
मेरा विरोध मत चालू कर देना इस पर |