इस मुहिम में कई विद्यालय एकल कर दिए गए हैं, तो कई विद्यालय शिक्षामित्रों के भरोसे छोड़ दिए गए हैं। बीएसए की कार्यप्रणाली से शिक्षकों में आक्रोश है। शिक्षकों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बीएसए पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए समायोजन निरस्त करने की मांग की है। जिलाधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल को जांच कराने का भरोसा दिया है।
कहां-कहां हुई अनियमितताएं
इस समायोजन में रतनपुरा ब्लॉक के रजडीहा में प्राथमिक विद्यालय एकल हो गया है। परदहा ब्लॉक का किन्नूपुर विद्यालय एकल हो गया है। उच्च प्राथमिक विदयालय कहिनौर से गायत्री सिंह को समायोजित करके अन्यत्र भेज दिया गया है, जबकि उसी स्थान पर दो शिक्षिकाओं को भेज दिया गया है। उच्च प्राथमिक विद्यालय मखुनी रानीपुर से अखिलेश कुमार को यह कहकर हटा दिया गया कि यहां पर दो विज्ञान शिक्षक हैं जबकि उच्च प्राथमिक विद्यालय खुरहट, अस्सी भवन में दो-दो विज्ञान शिक्षक भेजे गए हैं। इसी प्रकार अलाउद्दीनपुर, करपिया, कुचाई, केरमा, भेलउर चंगेरी, पूनापार स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालयों में दो दो विज्ञान शिक्षक भेजे गए हैं। इसी प्रकार उच्च प्राथमिक विद्यालय बनियापार, मानिक पुर जमीन हाजीपुर में कोई विज्ञान अध्यापक नहीं भेजा गया है। समायोजन में केवल कला वर्ग के दो अध्यापक भेजे गए हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालय में तीन विज्ञान वर्ग के अध्यापक तैनात हैं फिर भी कला वर्ग के अध्यापक का समायोजन किया गया है। उच्च प्राथमिक विद्यालय नदवल में चार स्वीकृत पदों में तीन विज्ञान वर्ग हैं फिरभी किसी का समायोजन नहीं किया गया है। झोंटपुर में तैनात वरिष्ठ विज्ञान अध्यापक अवधेश कुमार हृदयरोग से पीड़ित हैं फिर उनका समायोजन कर दिया गया है। उच्च प्राथमिक विद्यालय में वरिष्ठ विज्ञान अध्यापक प्रेम बालिका राय का समायोजन कर दिया गया है, जबकि उनसे कनिष्ठ अध्यापक को वहीं पर छोड़ दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय भोपतपुर सुतरही में छह अध्यापकों के पद सृजित हैं यहां पर पहले से ही प्रधानाध्यापक सहित चार अध्यापक और दो शिक्षा मित्र तैनात हैं फिर एक शिक्षिका को यहां भेजा गया है। इस संबंध में बीएसए द्वारा किए गए समायोजन को शासनादेशों की उपेक्षा करने वाला बताते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कृष्णानंद राय और अखिलेश्वर शुक्ला के नेतृत्व में शिक्षकों ने ज्ञापन सौंपकर जिलाधिकारी से इस समायोजन को निरस्त करने की मांग की गई है।