इस बीच वहां किसी शराबी ने भी पहुंचकर काफी देर तक बवाल किया। इससे नगर शिक्षा अधिकारी को काफी फजीहत झेलनी पड़ी।
Information on UPTET Exam , Results , UPTET Admit Cards , 69000 Shikshak Bharti , Counselling , Niyukti Patra for UP Teachers & other related information
Breaking News
- 2004 में शिक्षामित्रों की नियुक्तियों हेतु जारी विज्ञप्ति: इसी विज्ञप्ति के आधार पर हुआ था शिक्षामित्रों की का चयन
- ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
- वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय की पहली किस्त अक्टूबर में, यह होगा सहायक अध्यापक व प्रधानाचार्य का मानदेय
- समस्त AD बेसिक व BSA के CUG मोबाइल नम्बर : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News
- Shikshamitra Appointment: 2001 में शिक्षामित्रों की नियुक्ति सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों के सापेक्ष ही हुई थी
काउंसलिंग सूची चस्पा न होने से डायट में शिक्षकों का हंगामा
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में काउंसलिंग के लिए नगर के
स्कूूलों की सूची काफी विलंब से चस्पा की गई। इससे वहां मौजूद बेसिक शिक्षा
विभाग के शिक्षकों ने कई बार हंगामा किया।
इस बीच वहां किसी शराबी ने भी पहुंचकर काफी देर तक बवाल किया। इससे नगर शिक्षा अधिकारी को काफी फजीहत झेलनी पड़ी।
बेसिक के प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल के तमाम विद्यालयों में स्वीकृत से
ज्यादा टीचर तैनात हैं। इसके दूसरे स्कूलों में समायोजन के लिए डायट में
काउंसलिंग कराई जानी थी। इसमें नगर और ग्रामीण दोनों ही जगहों से 260
टीचरों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। इसके लिए बीएसए तनुजा त्रिपाठी
सहित विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद थे। काउंसलिंग को आए बड़ी संख्या में
टीचर वहां अव्यवस्थाओं से नाराज दिखे। सुबह से आए नगर के स्कूलों के टीचर
की सूची ही चस्पा नहीं थी। कई घंटे इंतजार के बाद भी लिस्ट न लगने पर
गुस्साए शिक्षकों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच वहां कोई शराबी भी
घुस आया। इससे काफी देर तक वहां अफरातफरी मची रही। शिक्षकों ने इसकी शिकायत
शिक्षक नेता हरीबाबू सक्सेना से भी की। शाम को नगर शिक्षा अधिकारी के सूची
चस्पा करने के बाद शिक्षकों की काउंसलिंग हो सकी। इस संबंध में बीएसए
तनुजा त्रिपाठी का कहना है कि तैयारियों में कुछ चूक की वजह से शहर के
स्कूलों की सूची लगाने में देरी हुई थी।
इस बीच वहां किसी शराबी ने भी पहुंचकर काफी देर तक बवाल किया। इससे नगर शिक्षा अधिकारी को काफी फजीहत झेलनी पड़ी।