कोर्ट पर टिका प्रधानाचार्य भर्ती का परिणाम

प्रयागराज : वर्ष 2013 की अटकी प्रधानाचार्य भर्ती को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने साक्षात्कार प्रक्रिया तो पूरी कर ली, लेकिन परिणाम अटक गया है। यह भर्ती आठ साल पुरानी होने को आधार बनाकर तदर्थ शिक्षकों ने इसे रद करने के लिए हाई कोर्ट में याचिका लगाई है। 


इस पर 12 अप्रैल को फाइनल सुनवाई होनी है और तब तक परिणाम घोषित करने पर कोर्ट ने रोक लगा रखी है। ऐसे में परिणाम घोषित किया जाना अब कोर्ट के फैसले पर टिक गया है। चयन बोर्ड ने प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों के लिए प्रधानाचार्य के 632 पदों की भर्ती वर्ष 2013 में निकाली थी, लेकिन भर्ती नहीं हो सकी। ऐसे में आवेदन करने वाले कुछ अभ्यर्थी जल्दी भर्ती कराने की मांग को लेकर हाई कोर्ट चले गए। कोर्ट के आदेश पर चयन बोर्ड ने 14 मार्च से साक्षात्कार शुरू कराया। आवेदन पत्रों से मेरिट के आधार पर एक पद पर सात के अनुपात में अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। इसमें अधियाचित विद्यालयों के दो ज्येष्ठतम अध्यापकों को भी शामिल करते हुए साक्षात्कार प्रक्रिया दो अप्रैल को पूरी कर ली। चयन बोर्ड के सचिव नवल किशोर के मुताबिक भर्ती को लेकर तदर्थ शिक्षकों की ओर से याचिका हाई कोर्ट में दाखिल है।